हरिद्वार जिले में स्लाटर हाउस पर मचे सियासी विवाद में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी कूद पडे़ हैं। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि देवभूमि में स्लाटर हाउस नहीं बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि संत होने की वजह से वह मानते हैं कि देवभूमि में किसी का खून नहीं बहना चाहिए।
महाराज के इस बयान से हरिद्वार जिले में स्लाटर हाउस का विरोध कर रहे भाजपा विधायकों यतीश्वरानंद और संजय गुप्ता को भी ताकत मिली है। वैसे, हरिद्वार भाजपा की सियासत में ये दोनों ही विधायक सतपाल महाराज के करीबी माने जाते हैं। वहां स्लाटर हाउस के मामले में कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन के खिलाफ ये दोनों विधायक मोर्चा खोले हुए हैं। बसपा के पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी भी स्लाटर हाउस का विरोध कर रहे हैं।
इन स्थितियों के बीच, शुक्रवार को जब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से इस संबंध में मीडिया ने सवाल पूछा, तो वह स्लाटर हाउस के विरोध में नजर आए। उन्होंने कहा कि देवभूमि में किसी की हत्या नहीं होनी चाहिए। यहां खून नहीं बहना चाहिए।
इसलिए वह निजी तौर पर ये कतई नहीं चाहते कि स्लाटर हाउस बने। महाराज से जब उनकी मंत्री बतौर राय पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जानवरों को बचाने के लिए कई कानून बनाए हैं। स्लाटर हाउस का निर्माण नहीं होना चाहिए।
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