कैंट पुलिस ने बांसगांव के भाजपा सांसद कमलेश पासवान समेत पांच नामजद और 97 अज्ञात के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि अपने सहयोगी सतीश नांगलिया के साथ मिलकर उन्होंने फर्जी तरीके से बलदेव प्लाजा की जमीन की रजिस्ट्री कराई है। सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) ने 10 दिन पहले पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। तीन आरोपित दिल्ली के रहने वाले हैं।
गोलघर, प्रताप मार्केट (ग्राम चकजलाल) निवासी नरेंद्र प्रताप सिंह की तरफ से अधिवक्ता कृष्णानंद तिवारी ने सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। उनका कहना था कि अराजी नंबर 27 व 37 (2.27 एकड़ जमीन) वादी की है। कब्जाधारियों ने प्रशासन की मदद से उनकी जमीन पर बलदेव प्लाजा का निर्माण करा लिया है। नई दिल्ली के नीतिबाग निवासी योगेश्वर प्रसाद की पत्नी सुधा प्रसाद और उनके बेटे कौस्तुभ प्रसाद व कन्दर्प प्रसाद ने फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज के सहारे जमीन अपने नाम करानी चाही लेकिन सफल नहीं हुए। 21 अप्रैल 1999 को तत्कालीन एसडीएम सदर मुकेश कुमार मेश्राम ने अपनी जांच में भूखंड का स्वामी नरेंद्र के पिता स्व. फुद्दी सिंह को बताया है। इसके बाद भी तीनों लोगों ने खुद को मालिक दर्शाते हुए उसे बेचने का प्रयास किया।
कृष्णा डेवलपर्स फर्म के संचालक मेडिकल कॉलेज जेमिनी रेजीडेंस निवासी सतीश नागलिया और उनके पार्टनर कमलेश पासवान ने जानबूझकर कूटरचित दस्तावेज के सहारे जमीन की रजिस्ट्री करा ली। प्रभारी निरीक्षक कैंट रवि राय ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर सुधा प्रसाद, कौस्तुभ, कन्दर्प, सतीश नागलिया और कमलेश पासवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।