नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चर्चित पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति पर लगे रेप के आरोप के दाग अभी धुल भी नहीं पाए हैं कि उन पर पीड़ित लड़की और गवाहों को जान से मारने की कोशिश के भी आरोप लग रहे हैं। यह आरोप पीड़ित परिवार ने लगाया है। परिवार के लोग लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए दिन-रात लड़ रहे हैं।
आरोपों के मुताबिक, दो मार्च को लड़की का बयान लेने के लिए यूपी पुलिस की एक टीम लखनऊ से दिल्ली के एम्स अस्पताल भेजी गई थी, लेकिन मामले के गवाह का कहना है कि महिला डीएसपी अमिता सिंह ने पीड़ित लड़की को ना सिर्फ़ मनमाफिक बयान देने के लिए धमकाया बल्कि जब उस मामले में परिवार वालों ने उन्हें रोका तो उन्हें बाद में नतीजा भुगतने की धमकी दी गई।
गवाहों के मुताबिक इस मामले में पुलिस वालों ने चार घंटे तक एम्स के भीतर रहकर उन्हें धमकाने का काम किया। इस दौरान किसी ने उनकी मदद नहीं की। किसी तरह वो लोग बाद में बाहर निकल कर आए और दिल्ली के हौज़ खास थाने में पूरे मामले की तहरीर दी।
उधर कथित तौर पर आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति की तलाश में लगी यूपी पुलिस को अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है। जानकारों की मानें तो हो सकता है कि यूपी पुलिस की ये तलाश 11 मार्च तक पूरी ना हो, क्योंकि प्रजापति सपा सरकार के रसूखदार मंत्री रहे हैं और समाजवादी पार्टी सरकार बनाने की दौड़ में काफी मज़बूत माने जा रहे हैं। ऐसे मे जब तक सब कुछ साफ ना हो जाए उत्तर प्रदेश पुलिस अपने आकाओं के खिलाफ जाने का जोखिम नहीं उठाना चाहेगी।
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