बिहार में गैंग रेप, यौन उत्पीड़न के वायरल वीडियो और मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है.
इसमें पुलिस महानिदेशक केएस द्विदी, अपर पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल और खुफिया विभाग के आला अधिकारी हिस्सा लेंगे. ये बैठक दस दिन पहले ही होनी थी, लेकिन नीतीश कुमार की तबीयत नासाज रहने के कारण टाल दी गई थी.
सीएम सचिवालय में सुबह 11 बजे से नीतीश कुमार मैराथन बैठक शुरू करेंगे. डीजीपी केएस द्विवेदी अपराध के आंकड़े पावर प्वाइंट के जरिए बताएंगे और पुलिस ने क्या-क्या कदम उठाए हैं, इसकी भी जानकारी देंगे.
हाल ही में बिहार पुलिस ने मर्डर, लूट और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में कमी का दावा किया था, लेकिन ये रिपोर्ट पिछले साल के अपराध के आंकड़ों की तुलना करते हुए बनाए गए थे. दूसरी ओर बिहार पुलिस की वेबसाइट पर 2018 के जून तक के आंकड़ें चौंकाने वाले हैं.
दूसरी ओर गैंग रेप और रेप का वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. बैठक में इस पर भी चर्चा होगी. हालांकि पिछले महीने बिहार पुलिस से साइबर सेनानी नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की थी. इसमें खास तौर पर व्हाट्सएप्प कंटेंट की मॉनिटरिंग थाना स्तर से लेकर मुख्यालय स्तर की जाएगी.