बिहार का खगड़िया जिला शुक्रवार की देर रात गोलियों की गूंज से दहल उठा। पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए, जबकि इस घटना में एक सिपाही को भी गोली लग गई, जिससे वो घायल हो गया। घायल सिपाही का नाम दुर्गेश पासवान है। उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया है।
बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि भी मारा गया है। हालांकि अभी तक उसका शव बरामद नहीं हुआ है। यह घटना खगड़िया और नवगछिया के सीमा क्षेत्र के दियारा इलाके की है।
दरअसल, मामला ये है कि देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि अपने गैंग के कुछ साथियों के साथ दियारा इलाके में छुपा हुआ है। जिसके बाद पसराहा के थाना प्रभारी आशीष कुमार सिंह पूरे दल-बल के साथ मौके के लिए रवाना हो गए।
इसी बीच मौजमा गांव में अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चलीं। इस गोलीबारी में थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के सीने में गोली लग गई, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
वहीं, घटना के बाद खगड़िया जिले के एसपी मीनू कुमार भी दल-बल के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे और पूरे इलाके में छापेमारी शुरू कर दी। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए खगड़िया और नवगछिया सहित पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि आतंक का पर्याय बन चुका दिनेश मुनि एक कुख्यात अपराधी है। खगड़िया में उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती और अपहरण के कई मामले दर्ज हैं। इसके अलावा आसपास के दूसरे जिलों में भी उसके खिलाफ हत्या और लूट के मामले दर्ज हैं।