“प्रशांत किशोर ने पटना सिविल कोर्ट द्वारा दी गई 25 हजार रुपए की जमानत को ठुकराते हुए बेल बॉन्ड भरने से इनकार कर दिया। BPSC परीक्षा रद्द कराने के लिए अनशन पर बैठे पीके का आंदोलन जारी रहेगा।”
पटना। जन सुराज अभियान के प्रमुख प्रशांत किशोर (पीके) ने पटना सिविल कोर्ट द्वारा दी गई जमानत के लिए 25 हजार रुपए का बेल बॉन्ड भरने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने उन्हें BPSC (PT) परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के कारण गिरफ्तार किया था।
गांधी मैदान में अनशन से गिरफ्तारी तक:
प्रशांत किशोर 2 जनवरी से गांधी मैदान में BPSC (PT) परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर सिविल कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट का फैसला:
सिविल कोर्ट ने प्रशांत किशोर को 25 हजार रुपए के निजी मुचलके पर सशर्त जमानत दी। कोर्ट ने निर्देश दिया कि वह भविष्य में इस तरह के प्रदर्शन न करें।
पीके का विरोध:
प्रशांत किशोर ने कोर्ट के इस फैसले से असहमति जताते हुए कहा कि वह बेल बॉन्ड भरने के बजाय अपने आंदोलन को जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि छात्रों के भविष्य के लिए मैं आवाज उठाऊं।”
BPSC परीक्षा रद्द कराने की मांग:
प्रशांत किशोर का कहना है कि BPSC (PT) परीक्षा में अनियमितताओं के चलते इसे रद्द करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि कई छात्रों को अनुचित तरीके से बाहर कर दिया गया, जिससे लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
प्रशांत किशोर का बेल बॉन्ड भरने से इनकार उनकी दृढ़ता को दर्शाता है। उनके इस कदम से छात्रों के मुद्दों पर राष्ट्रीय बहस छिड़ने की संभावना है। ताजा अपडेट्स और राजनीतिक घटनाक्रमों के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ।
विशेष संवाददाता:
मनोज शुक्ल