लखनऊ। समाजवादी पार्टी में जिलाबदर सी जिंदगी जी रहे शिवपाल यादव को 11 मार्च का बेसब्री से इंतजार है।
सता और संगठन से बेदखल हुए शिवपाल विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भतीजे अखिलेश और भाई रामगोपाल से दो-दो हाथ करने के लिए तैयारी कर रहे है।
शिवपाल ने हालांकि सीधे-सीधे कुछ नहीं कहा, लेकिन सियासत और सपा के भीतर की उठापटक से जुड़े हर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि 11 मार्च तक इंतजार कीजिए।
अब जो कुछ तय होगा वह जनता तय करेगी। शिवपाल ने रविवार को एक खबरिया चैनल पर सपा, सरकार और मुलायम सिंह पर अपनी राय व्यक्त की।
शिवपाल से सवाल किया गया था कि प्रदेश में सपा की सरकार बन रही है? क्या वे बसपा में जा रहे है? 11 मार्च के बाद वे नई पार्टी बनाएंगे। सपा में पिछले चार महीने के दौरान जो हुआ और उसपर ‘नेताजी’ ने जो निर्णय लिये उसपर सवाल हुए? हर सवाल के जवाब में शिवपाल ने सीधे-सीधे किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि दिल में बहुत कुछ है लेकिन उसे वह जुबां पर नहीं लाएंगे। दिल में क्या है, इसके लिए 11 मार्च तक इंतजार करना पड़ेगा। शिवपाल ने कहा कि मुझे 40 साल का अनुभव है।
जमीनी राजनीति का अनुभव है। 11 मार्च को क्या होगा यह प्रदेश की जनता जानती है। जनता ने सबकुछ देखा और समझा है। इसलिए सारे फैसले जनता पर छोड़ता हूं।
उन्होंने कहा कि उन्हें ‘नेताजी’ पर पूरा विश्वास है। लेकिन यह कहते वक्त कि ‘नेताजी’ ने हर निर्णय सही लिया, शिवपाल कैमरे का सामना करने का साहस नहीं जुटा पाए, हालांकि उन्होंने कहा कि वह ‘नेताजी’ के हर फैसले के साथ हैं।
शिवपाल ने कहा कि वह बसपा में क्यों जाएंगे। वह सपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे है और चुनाव परिणाम आने के बाद अपने दिल की बात कहेंगे और राजनीतिक कदम भी उठाएंगे।
शिवपाल को इस बात का विश्वास है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से नैया पार लगने वाली नहीं। इसीलिए वह चुनाव परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता सब समझती है और उसे ही पता है कि सरकार किसकी बनने वाली है।