रायपुर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में छत्तीसगढ़ के 13 लाख 66 हजार 302 किसान शामिल हो चुके हैं। यह बीमा चालू खरीफ मौसम के लिए है। इनमें बारह लाख नौ हजार 357 ऋणी तथा एक लाख 56 हजार 945 अऋणी किसान शामिल हैं। खरीफ मौसम 2015-16 में 12 लाख तीन हजार 919 किसानों का बीमा हुआ था। इनमें 11 लाख 63 हजार 658 ऋणी तथा 40 हजार 261 अऋणी किसान शामिल थे। चालू खरीफ मौसम के लिए पिछले खरीफ मौसम की तुलना में एक लाख 62 हजार 383 ज्यादा किसानों ( ऋणी और गैर ऋणी )को फसल बीमा योजना शामिल किया गया है।
राज्य सरकार के विशेष प्रयासों से वर्तमान खरीफ मौसम में अऋणी किसानों का फसल बीमा कराने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। इस साल एक लाख 56 हजार 945 अऋणी किसानों ने बीमा कराया है, जबकि खरीफ मौसम 2015-16 में मात्र 40 हजार 261 किसानों का बीमा किया गया था। बीते खरीफ मौसम की तुलना में इस साल बीमा कराने के मामले में अऋणी किसानों की संख्या में 290 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि पिछले साल मौसम आधारित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना लागू थी। केन्द्र सरकार ने देश के किसानों के व्यापक हित में इस साल नयी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की है। उन्होंने बताया कि खेती -किसानी के लिए ऋण लेने वाले किसान स्वाभाविक रूप से बीमा योजना में शामिल हो जाते हैं। अऋणी किसानों को बीमा कराने के लिए अलग से फार्म जमा करना पड़ता है। इस साल पूर्व में बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई रखी गयी थी। किसानों की सुविधा के लिए बाद में अंतिम तिथि 10 अगस्त तक बढ़ा दी गयी थी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में अऋणी किसान बहुत कम संख्या में फसल बीमा कराते रहे हैं। इस साल अऋणी किसानों को अधिक से अधिक संख्या में बीमा योजना के दायरे में लाने के लिए कृषि विभाग द्वारा अभियान चलाकर विशेष प्रयास किए गए। इसके लिए विभाग के मैदानी अधिकारियों को लक्ष्य देकर अऋणी किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए थे। इसके अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं। विभाग के प्रयासों से इस वर्ष एक लाख 56 हजार 945 अऋणी किसान बीमा की प्रीमियम राशि जमाकर बीमा योजना में शामिल हुए हैं अर्थात पिछले खरीफ मौसम की तुलना में इस साल इस साल एक लाख 16 हजार 684 ज्यादा अऋणी किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि चालू खरीफ मौसम में राजनांदगांव जिले में सबसे अधिक एक लाख 41 हजार 958 किसानों का बीमा किया गया। इसी प्रकार बालोद जिले के 81 हजार 16, बलौदाबाजार जिले के 91 हजार 144, बलरामपुर जिले के 26 हजार 510, बेमेतरा जिले के 67 हजार 415, बीजापुर जिले के सात हजार 442, बिलासपुर जिले के 70 हजार 786, दंतेवाड़ा जिले के चार हजार 657, धमतरी जिले के 73 हजार 881, दुर्ग जिले के 62 हजार 798, गरियाबंद जिले के 47 हजार 667, जगदलपुर जिले के 21 हजार 468, जांजगीर-चाम्पा जिले के 86 हजार 995, जशपुर जिले के 21 हजार 153, कांकेर जिले के 55 हजार 405, कवर्धा जिले के 61 हजार 946, कोण्डागांव जिले के 23 हजार 30, कोरबा जिले के 18 हजार 655, कोरिया जिले के 31 हजार 391, महासमुंद जिले के 82 हजार 6, मुंगेली जिले के 43 हजार 307, नारायपुर जिले के तीन हजार 173, रायगढ़ जिले के 73 हजार 962, रायपुर जिले के 75 हजार 949, सूरजपुर जिले के 37 हजार 376, सुकमा जिले के दो हजार 513 तथा सरगुजा जिले के 49 हजार 999 किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे में लाया गया है।