पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन भी तीन सॉल्वर हत्थे चढ़ गए, इससे पहले रविवार को भी एक साल्वर को गिरफ्तार किया गया था। पकड़े गए दोनों सॉल्वर बिहार के रहने वाले हैं और फिरोजाबाद व फतेहपुर के दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने आए थे। उनके पास से फर्जी पहचान पत्र और स्कैन करके फोटो मिक्सिंग से तैयार प्रवेश पत्र बरामद हुए हैं। पुलिस गिरोह के सरगना व दोनों अभ्यर्थियों की तलाश में जुटी है।
फोटो मैच न करने पर खुला खेल
पुलिस के अनुसार चकेरी क्षेत्र के परीक्षा केंद्र में पहली पाली की परीक्षा के दौरान कक्ष के अंदर अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक मिलान कराया जा रहा था तो दो अभ्यर्थियों फिरोजाबाद निवासी हरेंद्र और फतेहपुर के कृष्णप्रताप की फोटो मौके पर मौजूद युवकों से मेल नहीं खाई। दोनों युवकों से पूछताछ शुरू की गई तो सामने आया कि हरेंद्र की जगह कैमूल बिहार निवासी विशाल परीक्षा देने आया था। वहीं कृष्णप्रताप की जगह कंकरवार बिहार निवासी पुरुषोत्तम कुमार परीक्षा दे रहा था। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
फिरोजाबाद और पटना का है सरगना
पुलिस के अनुसार पूछताछ में फिरोजाबाद और पटना के सरगना नाम सामने आया है। आरोपितों ने बताया कि परीक्षा केंद्र के पास ही दोनों अभ्यर्थी हरेंद्र व कृष्णप्रताप भी मौजूद हैं। इस पर टीम दोनो को लेकर वहां पहुंची लेकिन अभ्यर्थी नहीं मिले। चकेरी इंस्पेक्टर अजय सेठ ने बताया कि विशाल को परीक्षा में बैठाने वाला फिरोजाबाद निवासी अभिजीत है, जबकि पुरुषोत्तम को सॉल्वर के तौर भेजने वाला उसका दोस्त पटना निवासी मनीष कुमार है।
15 हजार लेकर आए थे परीक्षा देने
आरोपितों ने बताया कि पुरुषोत्तम व मनीष ने दोनों से परीक्षा में बैठने के लिए 50 हजार रुपये में सौदा किया था। 15 हजार रुपये एडवांस देकर भेजा था। उनके साथ ही दोनों अभ्यर्थी भी आए थे और यहां हाईवे पर एक होटल में रुके थे।
कई परीक्षाओं में शामिल हो चुका सुधांशु
हरसहाय कॉलेज में बने केंद्र में पकड़ा गया सॉल्वर सुधांशु कुमार मुंगेर बिहार का रहने वाला है और आगरा के अभ्यर्थी अजय कुमार की जगह परीक्षा देने आया था। बायोमेट्रिक मिलान के दौरान फोटो मिलान न होने पर उसे पकड़ लिया गाय। उसने बताया कि तीस हजार रुपये में सॉल्वर बनने के लिए आया था। इससे पहले वह बिहार और उड़ीसा में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ चुका है। उसके पास अजय का फर्जी पहचान पत्र भी मिला। इंस्पेक्टर जयप्रकाश पाल ने बताया कि पकड़े सॉल्वर की निशानदेही पर अजय की तलाश की जा रही है। पटना में सुधांशु की दोस्ती अजय से हुई थी। सुधांशु कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर चुका है, इसलिए अजय ने उससे परीक्षा में बैठने के लिए सौदा किया था।
कई और सॉल्वरों की तलाश में छापा
आरोपितों ने बताया कि उनके साथ कुछ और युवक भी सॉल्वर बनकर परीक्षा केंद्रों पर आए हैं। यह पता लगते ही एसटीएफ और पुलिस टीमों ने जाजमऊ व नौबस्ता क्षेत्र में दबिश दी लेकिन वहां कोई नहीं मिला। बाकी केंद्रों पर छानबीन की जा रही है।
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