राज्य ब्यूरो, रांची। भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल पर शुरू हुई सत्ता पक्ष और विपक्ष की तकरार ने झारखंड के राजनीतिक माहौल को बेहद गर्म कर दिया है। सत्ताधारी दल भाजपा के बाद अब खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास मैदान में उतर आए हैं और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सुप्रीमो शिबू सोरेन के परिवार पर सीधा हमला कर दिया है। जवाब में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कमर कस कर मैदान में उतर आए हैं। ऐसा लग रहा है कि राज्य चुनावी माहौल की ओर बढ़ रहा है।
बेहद संवेदनशील भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल की लड़ाई की आड़ में सीएनटी-एसपीटी संशोधन मामला भी गर्मा गया है। उस प्रकरण में राजनीतिक दबाव में कदम पीछे खींचने वाली भाजपा ने अब सार्वजनिक मंच के साथ-साथ ट्विटर पर भी झामुमो को कठघरे में खड़ा किया है। मुख्यमंत्री ने कांके में एक कार्यक्रम में सीधे-सीधे सोरेन परिवार पर इस एक्ट के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उनके समर्थन में उतरी भाजपा ने भी सोरेन परिवार पर करारा हमला किया है। भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के मुद्दे पर शुरू हुई यह लड़ाई अब व्यक्तिगत हमले में तब्दील हो गई है।
सीएम रघुवर दास का ट्वीट
मैं 1995 से विधायक हूं। मैं खुली चुनौती देता हूं कि विपक्ष बताए कि मैंने कहां सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन किया है। मुझ पर आरोप लगाने वाले सोरेन परिवार ने खुद संताल परगना, बोकारो, धनबाद में सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन खरीदी है।नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरने का जवाबी ट्वीट
झूठी चुनौती और बड़ी-बड़ी डींगें हांकने की अपनी आदत से बाज आएं मुख्यमंत्री जी। अभी चार माह पहले भी विकास पर बहस की चुनौती दी थी-जो खोखली साबित हुई। और किसने आपको मेरे खिलाफ जांच करने से रोका है। राज्य आपका, केंद्र आपका। अब क्या चांद पर सरकार बनाने का इंतजार है आपको।
भाजपा का सीधा हमला, पूछे हेमंत से सवाल
आपकी तिलमिलाहट समझ में आती है। भाषण मत दीजिए, सीधे हां या न में जवाब दीजिए।
1- आपने और आपके परिवार ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर गरीब आदिवासियों की जमीन खरीदी या नहीं?
2- आप रामगढ़ के रहने वाले हैं तो आपने रांची, दुमका और बोकारो में जमीन कैसे खरीदी?
3- रांची के सोहराय भवन की जमीन खरीदकर क्या आपके परिवार ने सीएनटी एक्ट का उल्लंघन नहीं किया?
4- गरीब आदिवासी राजू उरांव की जमीन को आपके परिवार ने किस कानून के तहत खरीदा? झारखंड की जनता को अभी सिर्फ इतने ही सवालों का जवाब दीजिए।
(भाजपा का ट्वीट )