एटा। प्रदेश में वर्ष 2017 के विधान सभा चुनावों के लिए कमर कसने का दावा कर सबसे पहले अपने कार्यकर्ताओं को टिकट बांटनेवाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया अब प्रत्याशियों को बदलने में लगी हैं। प्रत्याशी जब तक टिकट मिलने की खुशी भी जाहिर नहीं कर पाते कि टिकट कटने की सूचना आ जाती है।
ताजा मामला बसपा के कोआर्डिनेटर राजवीर की टिकट काटे जाने का है। अकेले एटा व कासगंज जिले में ही यहां की 7 सीटों में घोषित प्रत्याशियों में से अब तक 3 को बदला जा चुका है। टिकट मिलने व कटने का यह सिलसिला सबसे पहले पटियाली विधान सभा से शुरू हुआ जहां सबसे पहले बसपा नेता जहीर अहमद को टिकट दिया गया। फिर करीब दो माह बाद भरगैन के पूर्व चेयरमैन नफीस अहमद उर्फ कालिया के अहमद हुसैन को प्रत्याशी घोषित किया गया। पर ये भी अंततः हटा दिये गये। अब पूर्व पर्यावरण राज्यमंत्री राजेन्द्रसिंह (नगला अमीर) स्व0 राजेन्द्र सिंह के पुत्र व पूर्व ब्लाक प्रमुख धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ धीरू को प्रत्याशी घोषित किया गया है।
इसी प्रकार मारहरा विधानसभा के पूर्व घोषित प्रत्याशी रंजीत यादव को हटाकर अब शलभ माहेश्वरी को बसपा का नया प्रत्याशी बनाया गया है।
जिले में सर्वाधिक चौंकाने वाला मामला जलेसर सुरक्षित सीट का रहा है बसपा द्वारा किये गये ताजातरीन बदलाव में यहां से प्रत्याशी घोषित किये गये पूर्व राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त राजवीर सिंह को हटाकर अब बिहार राज्य का प्रभारी बना दिया गया है। जलेसर पर अभी किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गयी है किन्तु मौजूदा चेयरमैन मोहनसिंह उर्फ हैपी भइया की दावेदारी को अधिक दमदार बताया जा रहा है।
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