मी टू अभियान पर पूरी दुनिया में बहस बढ़ती जा रही है. हर दिन इसमें किसी न किसी बड़ी शख्सियत का नाम आ रहा है. शोषण के खिलाफ इस अभियान में महिलाएं जमकर मुखर हो रही हैं. हाल में अमेरिका में तब सबसे बड़ा बवाल मचा जब सुप्रीम कोर्ट के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रेट कैवनॉग का नाम आगे बढ़ाया और उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया. हालांकि काफी छीछालेदर के बाद डोनाल्ड ट्रंप कैवनॉग को सुप्रीम कोर्ट का जज बनवाने में कामयाब हो गए. अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस अभियान पर निशाना साधते हुए इसका मजाक बनाया है, वहीं उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने कहा है कि आरोप लगाने वाली महिलाओं को अपने पक्ष में सुबूत पेश करने चाहिए.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ चल रहे ‘मी टू’ अभियान का मजाक बनाते हुए कहा कि इस अभियान के तहत प्रेस द्वारा लागू किए जा रहे नियमों के कारण उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना पड़ रहा है.
ट्रंप ने पेन्सिलवेनिया में मध्यावधि चुनाव से जुड़ी एक रैली के दौरान ‘‘द गर्ल दैट गॉट अवे’’ मुहावरे की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘एक उक्ति है, लेकिन ‘मी टू’ के नियमों के तहत मुझे अब उस मुहावरे का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है. मैं ऐसा नहीं कर सकता.’ ‘‘द गर्ल दैट गॉट अवे’’ मुहावरे का प्रयोग ऐसे व्यक्ति के लिए होता है जिसने कभी आपसे प्रेम किया था और फिर आपको छोड़कर चला गया. लेकिन आप अभी तक उस व्यक्ति से प्रेम करते हैं और उसे याद करते हैं.
मीडिया की ओर इशारा करते हुए ट्रंप ने कहा कि मीडिया को छोड़कर बाकी सबके लिये वह ‘पुराने और वास्तविक’ मुहावरे का ही प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘वहां जो लोग मौजूद हैं उन्हें छोड़कर शेष के लिये मैं इसका ही इस्तेमाल करूंगा. वे लोग कहेंगे, सुना आपने राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा? आपने सुना कि उन्होंने क्या कहा?’’
मेलानिया ट्रंप उतरीं समर्थन में
एक इंटरव्यू में मेलानिया ट्रंप ने कहा, अगर आप पीड़ित हैं, कभी आपका शोषण हुआ है तो आपको इस बारे में सबूत पेश करने चाहिए. हम उन सबूतों को देखना चाहते हैं. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा, मैं इस मुद्दे पर महिलाओं का समर्थन करती हूं, लेकिन इस मामले में पुरुषों को भी समर्थन की जरूरत है. इस अभियान की शुरुआत पिछले वर्ष तब शुरू हुई थी, जब हॉलीवुड में कई महिला कलाकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे.