राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के अंतर्कलह पर अब विपक्ष हमलावर हो गया है। जनतास दल यूनाइटेड (जदयू) नेता नीरज कुमार ने लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नाम खुला पत्र जारी कर पूछा है कि राजद में असामाजिक तत्व कौन हैं?
विदित हो कि दो दिनों पहले लालू के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने पार्टी में असमाजिक तत्वों के जमावड़ा व अपनी उपेक्षा के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। हालांकि, लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव तथा खुद तेजप्रताप यादव ने परिवार में किसी कलह से इनकार किया है।
जदयू ने कही ये बात
जदयू के नीरज कुमार ने अपने पत्र में तेजस्वी से पूछा है कि राजद में शहाबुद्दीन व राजबल्लभ यादव के बाद आखि और कौन-कौन असामाजिक तत्व हैं, इसका खुलासा उन्हें करना चाहिए। नीरज ने राजद की आंतरिक राजनीति पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि वहां रामचंद पूर्वे जैसे वरिष्ठ नेता को अपमानित किया जा रहा है।
जदयू नेता नीरज कुमार ने लिखा है, ‘अब तो यह सच साबित हो गया कि राजद ने राजनीति में लंपटीकरण की शुरूआत की है। जब हम लोग कहते थे तब आपको और आपके प्रवक्ताओं को तकलीफ होती थी, परंतु अब तो आपके भाई और राज्य के पूर्व मंत्री ही कह रहे हैं।’ आगे लिखा है, ‘आशा है कि दुष्कर्म के मामले में आरोपी विधायक राजबल्लभ यादव, पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बाद राजद में जितने भी असामाजिक लोग हैं, उन्हें आप पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएंगे।’
नीरज ने पत्र में लिखा है कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे बहुत वरिष्ठ हैं। तेजप्रताप यादव द्वारा उन्हें अपमानित करना जनता को भी पसंद नहीं आया। लगता है कि उन्होंने अभी तक कोई भूमि या अन्य संपत्ति लालू परिवार के नाम नहीं की है, इसी कारण उन्हें अपमानित किया गया।
तेजप्रताप ने लगाए थे ये आरोप
– तेजप्रताप यादव ने कहा कि राजद नेता उनकी बात नहीं सुन रहे। फोन नहीं उठा रहे। सलाह-आदेश नहीं मान रहे। कह रहे कि ऊपर से आदेश है।
– कहा कि तेजस्वी को राजद का ताज सौंपकर वे द्वारिका के लिए प्रस्थान करना चाहते हैं। जैसे महाभारत विजय के बाद पांडवों को राज सौंपकर श्रीकृष्ण ने किया था।
– तेजप्रताप ने अपनी नाराजगी का इजहार पहले ट्वीट करके किया। फिर, मीडिया से भी बातचीत की। तेजप्रताप ने राजनीति से संन्यास लेने की इच्छा भी जताई।
– तेजप्रताप ने साफ किया कि उनका तेजस्वी से कोई झगड़ा नहीं है। छोटा भाई (तेजस्वी) कलेजे का टुकड़ा है। लेकिन, पार्टी में अपमान बर्दाशत नहीं।
तेजप्रताप ने कहा कि कुछ लोग भाइयों में फूट डालकर परिवार की प्रतिष्ठा को खत्म करना चाहते हैं। वैसे नेता पार्टी को बांटना चाहते हैं। उन्हें बर्खास्त करने की जरूरत है।
इसलिए नाराज थे तेजप्रताप
बताया जाता है कि तेजप्रताप की नाराजगी का वजह राजेंद्र पासवान को संगठन में महत्वपूर्ण ओहदा दिलाने का मामला था। इसके लिए उन्होंने कई बार राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को बोला, लेकिन ऊपर का दबाव बताकर उन्होंने टालमटोल किया। राजेंद्र के लिए उन्हें राबड़ी देवी, लालू यादव और तेजस्वी से बात करनी पड़ी, जिसके बाद उन्हें प्रदेश महासचिव बनाया जा सका। पार्टी में छात्र राजद की उपेक्षा भी तेजप्रताप को खटक रही है। वे चाहते हैं कि युवा टीम होने के कारण छात्र शाखा को भी महत्व मिले।
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