भटनी-नोनापार रेलवे स्टेशन के बीच उसका गांव के सामने गुरुवार को दिल्ली-दरभंगा बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस टूटी पटरी से गुजरी। संयोग ठीक था कि कोई हादसा नहीं हुआ।
की-मैन राजीव कुमार गुप्त सुबह रेल पटरियों की जांच के लिए निकले थे। उसका गांव के सामने अंडरपास के नजदीक अभी पहुंचे थे कि दिल्ली-दरभंगा बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। वह किनारे हो गए। ट्रेन के गुजर जाने के बाद जब ट्रैक पर पहुंचे थे तो पटरी टूटी देख उनके होश उड़ गए।
उन्होंने इसकी सूचना तत्काल पीडब्ल्यूआइ भाटपाररानी एचआर खान को दी। सूचना पाते ही पीडब्ल्यूआइ मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को बुलाकर फिश प्लेट लगाकर पटरी को दुरुस्त कराया। पीडब्ल्यूआइ ने बताया कि इस दौरान कासन देकर गाडिय़ों को 30 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाया गया।
गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस में नहीं लगेंगे झटके
गोरखपुर-अहमदाबाद-गोरखपुर 19409/19410 एक्सप्रेस में अब यात्रियों को झटके नहीं लगेंगे। इस ट्रेन के रेक में भी अब अति आधुनिक लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाए जाएंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार इस ट्रेन में एलएचबी के साधारण श्रेणी के चार, स्लीपर के आठ, एसी थर्ड टियर के दो और टू टियर के एक कोच लगाए जाएंगे। धीरे-धीरे पूर्वोत्तर रेलवे की सभी ट्रेनें एलएचबी कोच से ही चलाई जाएंगी।
दो बालकों को किया स्थानीय चाइल्ड लाइन के हवाले
रेलवे सुरक्षा बल की टीम को गोरखपुर स्टेशन पर गश्त के दौरान घर से भटके 12 व 14 वर्ष के दो बालक मिले। घर का सही पता और मोबाइल नंबर की जानकारी नहीं होने पर टीम ने बालकों को स्थानीय चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया। यह जानकारी सीपीआरओ ने दी।