नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में चार नाइजीरियाई नागरिकों पर हमले के बाद मंगलवार को नाइजीरियाई उच्चायुक्त और दो अन्य राजनयिक विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मिले और ऐसे हमलों पर चिंता जताई। इसके बाद नाइजीरियाई अधिकारियों ने पीड़ितों से भी मुलाकात की जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि ग्रेटर नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर हमले के बारे में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से बात की है।
उन्होंने इस घटना की उचित एवं निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। एक अफ्रीकी छात्र सादिक बेलो ने मंगलवार को सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मामले में तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया था।
सादिक बेलो ने ट्वीट में कहा था कि नोएडा में रहना अफ्रीकी लोगों के लिए जान के खतरे का मुद्दा बना हुआ है। अस्पताल में भर्ती नाइजीरियाई छात्रों का कहना है कि हमले के वक्त कोई भी उन्हें बचाने नहीं आया। यहां तक कि उनके कॉलेज के प्रबंधन ने भी उस वक्त उनकी कोई मदद नहीं की।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को ग्रेटर नोएडा की एनएसजी सोसाइटी के बारहवीं कक्षा के छात्र मनीष खत्री की मौत ड्रग्स के ओवरडोज के कारण पड़े दिल के दौरे से हो गई थी। इसके बाद हुए प्रदर्शनों में सोमवार को कुछ लोगों ने तीन अफ्रीकी छात्रों पर हमला किया था जिसमें यह छात्र घायल हुए थे।