कानपुर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का एजेंडा लेकर उत्तर प्रदेश चुनाव लडऩे की बात करते हुए आज यहां कहा कि गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करने वाले इसे सड़क पर ना छोड़ें। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कानपुर से करीब 70 किलोमीटर दूर घाटमपुर में जनता दल यू के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने आये थे। इसके बाद उन्होंने एक सभा में कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गाय और नील गाय की रक्षा की बात करता है। अगर गाय और नील गाय से इतनी ही सहानुभूति रखते हैं तो उन्हें संघ (आरएसएस) और भाजपा के नेता अपनी शाखाआें में रखें। इन्हें सड़कों पर न छोड़े जिससे यह परेशानी का कारण बने।उन्होंने दावा किया, ‘संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं। भाजपा, संघ का ही एक चेहरा है। जदयू कार्यकर्ताआें को चाहिए कि वह भारतीय जनता पार्टी नेताआें और कार्यकर्ताआें के जूते की फोटो लें और उन्हें दिखाकर पूछे कि वह किस चमड़े के जूते पहने है। गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे है। इसलिए हम चाहते है कि संघ मुक्त देश बने।उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराब बंदी पूरी तरह से लागू करें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा प्रदेश है और दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। इसलिये हम पहले अपने कार्यकर्ताओं को उत्तर प्रदेश में मजबूत करेंगेे उसके बाद 2019 में जोरदार तरीके से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगें। इससे पहले जदयू नेता शरद यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वायदो के बाद भी देश में बेरोजगारों में कमी नहीं आई है और एक करोड़ 30 लाख बेरोजगार सड़क पर हर साल आते है। उन्हांेने कहा कि यह कांवडि़ए जो इतनी भारी संख्या में सड़क पर आकर जल चढ़ाने जाते है वह भी देश में एक तरह से बढ़ती बेरोजगारी का ही सबूत है। अगर युवा बेरोजगार न होते तो इतनी अधिक संख्या में कांवडिय़े पानी चढ़ाने के लिये सड़कों पर नहीं उतरते। शरद यादव के कांवडिय़े वाले इस बयान के विरोध में आज कानपुर के रामादेवी चौराहे पर शिव सेना ने शरद यादव का पुतला फूंककर विरोध किया।