लखनऊ। एमबीए पास भरत बहादुर गोंडा के रहने वाले हैं, सोमवार सुबह वह कॉल्विन तालुकेदार्स में आयोजित दो दिवसीय रोजगार मेला में रोजगार की तलाश में पहुंचे। वहां उन्होंने बीपीओ के लिए आवेदन किया और उनका चयन भी हुआ।
वहीं बरेली निवासी सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक फाइनल इयर के स्टूडेंट अंकुर भी बीपीओ कंपनी का इंटरव्यू दे रहे थे। एमबीए और बीटेक पास स्टूडेंट्स के यह महज उदाहरण हैं।
रोजगार की तलाश में ऐसे और भी बेरोजगार युवा सोमवार को कौशल विकास मंत्रालय और ट्रेनिंग पार्टनर स्वाका की ओर आयोजित रोजगार मेला पहुंचे। जहां किसी को नौकरी मिली तो कोई एक और चांस पर अपना लक आजमाने के लिए एक सेंटर से दूसरे सेंटर इंटरव्यू देने पहुंचा।
स्वाका की सचिव गुंजन चौधरी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से राजधानी से रोजगार मेले की शुरुआत की गई है। जल्दी ही इसका आयोजन प्रदेश के अलग-अलग शहरों में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मेले में चयनित किए गए तकरीबन एक हजार युवाओं को मंगलवार को केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्मशीलता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार राजीव प्रताप रूढ़ी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।
कुछ नहीं से कुछ तो बेहतर है
बीटेक और एमबीए के बाद बीपीओ की नौकरी करने के बारे में लखीमपुर से आए सर्वेश कुमार, आशीष श्रीवास्तव, फैजाबाद से पुनीत, देवरिया से आए पंकज गुप्ता ने कहा कि कॉल सेंटर की नौकरी ज्वॉइन करने के बाबत कहा कि कुछ नहीं से कुछ तो बेहतर ही है। फैजाबाद से ही आए संतशरण सिंह ने बताया कि उन्हें तो पता ही नहीं था कि कॉल सेंटर की नौकरी है। इंटरव्यू देने पहुंचे तो पता चला ऐसे में घर खाली हाथ लौटने से बेहतर है कि हाथ में नौकरी हो।
उन्होंने कहा कि मैंने आईटीआई में फिटर डिर्पाटमेंट में 81प्रतिशत अंक लाकर टॉप किया था। सोचा था किसी अच्छी कंपनी में जॉब करूंगा, लेकिन अभी तक कहीं सेलेक्शन नहीं हुआ। ऐसे में रोजगार मेला ही एक सहारा था।
110कंपनियों में चुनें गए एक हजार युवा
रोजगार मेले में 150कंपनियों को आंमत्रित किया गया था। इसके सापेक्ष 110कंपनियों ने स्टॉल लगाकर साक्षात्कार लिया। इसमें मेले में इलेक्ट्रानिक्स की 29, ब्यूटी कोर्स की 10, हेल्थ केयर की 30, टेलीकॉम सेक्टर की दो, आईटी की एक, एग्रीकल्चर की तीन, ऑटोमेटिव की तीन, रिटेल की छह, कंस्ट्रक्शन की 20और सीआईआई की 15कंपनियां शामिल हुईं।
कौशल विकास मंत्रालय वीके शिदर ने बताया कि पहले दिन 10हजार से अधिक युवा शामिल हुए। इसमें साढ़े तीन हजार युवाओं ने इंटरव्यू दिया। इसके सापेक्ष तकरीबन एक हजार युवाओं को शार्टलिस्ट किया गया। इन्हें मंगलवार को दोपहर तीन बजे नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे।
आज होगा समापन
गुंजन चौधरी ने बताया कि रोजगार मेले का आयोजन मंगलवार को भी सुबह नौ बजे से किया जाएगा। समापन चयनितों को नियुक्ति पत्र देने से होगा।
रोजगार के लिए यह बेहतरीन मौका है। पहली बार इतनी अच्छी कंपनियों में रोजगार का मौका मिला है।
भरत बहादुर, निवासी महराजगंज।
कई दिनों से रोजगार की तलाश में भटक रहा था। रोजगार मेले में नौकरी का अवसर मिला।
सुनीत पाण्डेय, निवासी लालगंज।
बहुत खुश हूं, चार सालों से बेरोजगार था। अब जाकर नौकरी मिली है। अब मैं जल्दी ही अपनी बहन की शादी करवा पाऊंगा।
लवकेश कुमार, निवासी हरदोई।
तीन साल हो गए बीए पास किए लेकिन तमाम जगहों पर आवेदन के बावजूद भी नौकरी नहीं मिली। यहां पहली बार में ही आसानी से रजिस्ट्रेशन हो गया और विप्रो जैसी कंपनी में इंट्री मिली। मैं शुक्रगुजार हूं कि सरकार की। साथ ही यह गुजारिश है कि ऐसे मेले का आयोजन हर जिले में होना चाहिए। ताकि हमें रोजगार की तलाश में भटकना न पड़े।
रूबी शुक्ला, लखीमपुर।
ब्यूटी सेक्टर में कई दिनों से काम कर रही थी, लेकिन किसी उच्चस्तरीय कंपनी में नौकरी का सोचा भी नहीं था। लेकिन रोजगार मेले में मुझे यह मौका मिला। अब मेरी कोशिश होगी कि मैं दूसरी लड़कियों को प्रशिक्षित करके आगे बढ़ाने का प्रयास करूंगी।
मीनाक्षी पाठक, सुल्तानपुर।