धर्मांतरण प्रकरण में पीडि़त के खतना का सच बुधवार को मेडिकल बोर्ड की जांच के बाद सामने आएगा। मंगलवार को पुलिस पीडि़त को कई डॉक्टरों के पास लेकर गई थी। आखिर में एडी हेल्थ ने बोर्ड गठित कर दिया। बुधवार को बोर्ड पीडि़त की जांच कर बताएगा कि खतना हुआ है या नहीं। अगर हुआ है तो कितना पुराना है। 
यह था मामला
भोजीपुरा में रहने वाले एक युवक का आरोप है कि सिरौली के मुहल्ला प्यास निवासी फुरकान पुत्र लियाकत ने अपने भाई रिजवान व इरफान के साथ उसे चाय में नशा देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद उसका खतना करा दिया। होश में आने के बाद उससे जबरन नमाज पढ़वाई और मीट खाने को कहा। पीडि़त शिकायत लेकर तत्कालीन इंस्पेक्टर रामअवतार यादव के पास दो बार थाने गया, लेकिन उन्होंने उसे टरका दिया। सोमवार को पीडि़त ने आंवला चेयरमैन संजीव सक्सेना को आपबीती सुनाई तो वह उसे लेकर सीओ के पास पहुंचे। सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह से भी शिकायत की गई। तब पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
डॉक्टर ने एक्सपर्ट को दिखाने को कहा
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस मेडिकल के लिए युवक को रामनगर सीएचसी लेकर पहुंची। यहां डॉक्टर ने स्पष्ट राय न देते हुए जिला अस्पताल भेज दिया। जिला अस्पताल में भी डॉक्टर ने एक्सपर्ट को दिखाने को कह दिया। इसके बाद मंगलवार को युवक को एडी हेल्थ के पास ले जाया गया। तब उन्होंने एक्सपर्ट डॉक्टरों का बोर्ड गठित कर दिया है। इधर, मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित तीनों भाई फरार हो गए हैं। आरोपित दिल्ली में रहकर ट्रक चलाने का काम करते हैं। वहीं, घटना पांच माह पुरानी बताई जा रही है।
हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश
घटना प्रकाश में आने के बाद हिंदू संगठन भी लामबंद हो गए हैं। हिंदू जागरण मंच ने धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।इंस्पेक्टर सिरौली सोम प्रकाश ने बताया कि पीडि़त युवक सोमवार को मेरे पास आया था। रिपोर्ट दर्ज कर उसके मेडिकल का प्रयास किया जा रहा है। बुधवार को बोर्ड जांच कर अपनी राय देगा तब सच्चाई पता चलेगी।
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