पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव पर ‘ अनुचित टिप्पणियों ’ के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि मोदी की टिप्पणी हताशा का परिचायक है क्योंकि भाजपा कर्नाटक में बहुमत हासिल नहीं कर पाई है.
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘ये टिप्पणी मूलरूप से हताशा का परिचायक है क्योंकि उनकी पार्टी कर्नाटक चुनाव में बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने में विफल रही है. हमसे सवाल पूछने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी पार्टी की अराजकता के बारे में जवाब देना चाहिए जो उसने पूरे देश में फैला रखी है. ’ पीएम मोदी ने पंचायत चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए लोकतंत्र की ‘ हत्या ’ कर दी गई.
‘राज्यपाल को कांग्रेस, जेडी(एस) को कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक के राज्यपाल को लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन करना चाहिए तथा कांग्रेस एवं जनता दल सेकुलर ( जेडी(एस) ) को अगली सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए क्योंकि एकसाथ मिलकर दोनों दलों के पास बहुमत है. उनका बयान गोवा , मणिपुर में निकट अतीत में हुए सरकार गठन की प्रक्रिया के आलोक में आया है जहां सबसे बड़े दल के रुप में उभरने के बावजूद कांग्रेस को संबंधित राज्यपालों ने सरकार गठन के लिए निमंत्रित नहीं किया.
ममता बनर्जी ने कहा , ‘गोवा और मणिपुर का पूर्व अनुभव है जहां कांग्रेस को सबसे बड़े दल के रुप में उभरने के बाद सरकार बनाने के लिए नहीं निमंत्रित किया गया. अतएव यह राज्यपाल पर निर्भर करता है. ’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं क्या महसूस करती हूं कि हमें लोकतंत्र पर गर्व है. लोकतांत्रिक परंपराओं को आगे बढ़ने दें. मैं सोचती हूं कि चूंकि कांग्रेस और देवेगौड़ा की पार्टी पहले ही राज्यपाल से अनुरोध कर चुकी है कि वे मिलकर सरकार बनाना चाहते हैं. ऐसे में हमें लोकतांत्रिक व्यवस्था का अवश्य ही सम्मान करना चाहिए. ’