लखनऊ। समाजवादी नेता व विधान सभा सदस्य शिवपाल सिंह यादव ने डा. राम मनोहर लोहिया की जयंती एवं हिंदुस्तान रिपब्लिकन सोशलिस्ट एसोसिएशन के संयोजक भगत सिंह के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में समाजवादी चिंतक व चिंतनन सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र द्वारा संपादित व संकलित लोहिया के ऐतिहासिक भाषणों की सीडी का विमोचन किया।
इस अवसर पर शिवपाल सिंह ने कहा कि भगतसिंह ने भारत को आजाद कराकर देश में समाजवादी व्यवस्था लागू करने का सपना देखा था। स्वतंत्रता और समाजवाद हमारे देश के शहीदों के दो आदर्श व मधुर स्वप्न थे। भगत के सपनों को डा. लोहिया ने सैद्धांतिक आधार दिया। आज भगत और लोहिया के विचार उनके जीवनकाल से भी अधिक प्रासंगिक व समीचीन हैं। लोहिया ने आजादी के बाद लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कई अभियानों एवं आन्दोलनों का सूत्रपात किया।
लोहिया के प्रशंसकों में अल्बर्ट आइंस्टाईन जैसी महान विभूतियाँ भी थीं। लोहिया ने अमेरिका में रंगभेद के खिलाफ़ सत्याग्रह कर गिरफ्तारी दी थी। वे गोवा मुक्ति संग्राम तथा मणिपुर में लोकतंत्र की स्थापना के लिए चलाए गए आन्दोलन के भी सूत्रधार थे। विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अशोक बाजपेयी ने कहा कि लोहिया ने चौखम्भा राज, विकेन्द्रीकरण, सप्तक्रांति जैसी अवधारणाएं दी। लोहिया ने अपने विचारों से लोकशाही व लोकतंत्र को गुणात्मक रूप से मजबूत किया।
लोहिया ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी। दीपक मिश्र ने कहा कि लास्की के बाद लोहिया ही एक मात्र ऐसे समाजवादी चिंतक हैं जिन्होंने कई देशों के समाजवादी दलों को वैचारिक ताकत दी। संगोष्ठी को शिक्षक नेता व लुआक्टा के अध्यक्ष डा. मनोज पाण्डेय, डा. तर्मिल, दिनेश त्रिपाठी, अमित जानी, युवा साहत्यिकार पंकज चतुर्वेदी, लालजीत यादव समेत कई बुद्धिजीवियों एवं समाजवादियों ने सम्बोधित किया।