प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का पर्यटन विकास कराया जाएगा। कहा कि कुशीनगर की ऐतिहासिकता विश्व विख्यात व स्थापित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश व प्रदेश के पर्यटन विकास पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। धार्मिक व आध्यात्मिक स्थलों के विकास के साथ-साथ उनकी बौद्ध परिपथ के विकास पर विशेष नजर है। वह कुशीनगर में केंद्र की स्वदेश योजना के तहत होने वाले पर्यटन विकास कार्यो का पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। पर्यटन मंत्री ने कहा कि बौद्ध परिपथ के अतिरिक्त रामायण व ब्रज परिपथ के पर्यटन विकास पर भी कार्य हो रहा है। ब्रज परिपथ के विकास को लेकर ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। कबीर पथ भी एजेंडे में है। कपिलवस्तु का पर्यटन विकास होगा। रामगढ़ ताल को अंतरराष्ट्रीय जल क्रीडांगन बनाया जाएगा। कुशीनगर में पीपीपी माडल पर होटल व मोटल की व्यवस्था होगी। इससे पूर्वाचल में रोजगार बढ़ेगा।
पर्यटन मंत्री ने किया स्थलीय निरीक्षण : पर्यटन मंत्री ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत प्रस्तावित पार्किंग स्थल, प्रसाधन, वाई-फाई, सीसी टीवी कैमरा, 150 विक्टोरियन लाइट, लाइट एंड साउंड प्रोग्राम स्थल एवं निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। कहा कि विकास कार्य राजकीय निर्माण निगम द्वारा 19 करोड़ की लागत से कराया जाएगा। विकास कार्य अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। उस समय तक एयरपोर्ट भी बनकर तैयार होगा। उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। इसके पूर्व समीक्षा बैठक में समयबद्ध कार्ययोजना बनाई गई और प्रत्येक माह मानीट¨रग करने का निर्देश दिया गया ताकि पर्यटक सीजन आरंभ होने के पूर्व कार्य पूर्ण हो जाए। मंत्री ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों व कार्यदायी संस्था को कड़े निर्देश दिए। इस दौरान संयुक्त निदेशक पीके ¨सह, उपनिदेशक अनूप कुमार श्रीवास्तव, आरटीओ र¨वद्र कुमार, एसडीएम प्रमोद तिवारी, तहसीलदार एसपी विश्वकर्मा, प्रबंधक राजेश मणि त्रिपाठी, टीआईओ प्राण रंजन आदि उपस्थित रहे।
पर्यटन मंत्री का हुआ भव्य स्वागत : पर्यटन मंत्री के पथिक निवास पहुंचने पर बौद्ध भिक्षुओं द्वारा स्वागत किया गया। अन्य लोगों ने भी तिलक लगाकर स्वागत किया। पर्यटन मंत्री ने महापरिनिर्वाण मंदिर व थाई मंदिर का भी दर्शन किया। इस अवसर पर भंते नंदरतन, भंते महेंद्र, भिक्षुणी धम्मनैना, अंबिकेश त्रिपाठी, टीके राय, डा. निलेश मिश्र, ज्ञानेंद्र लाल श्रीवास्तव, दिव्येंदु मणि त्रिपाठी, अशोक मिश्र, शशिकांत राव आदि उपस्थित रहे।