महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए पुलिस अधीक्षक के प्रयासों से सोशल वेलफेयर सोसायटी, पुलिस विभाग द्वारा मोटर ड्रायविंग, सिलाई और पुलिस सेवा में जाने के लिए फिजीकल ट्रेनिंग दी जा रही है। परसदा पुलिस लाइन में जहां 28 महिलाएं एवं युवतियां सिलाई का निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं वही 16 अन्य युवतियां पुलिस विभाग में नौकरी पाने के लिए फिजिकल प्रशिक्षण ले रही हैं।
इन सभी को पिछले एक माह से एसपी नेहा चंपावत, पुलिस विभाग, सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में बेमचा, परसदा, कौंदकेरा, तुमगांव व ग्रामीण-शहरी क्षेत्र सहित के 28 महिलाओं और युवतियों को सिलाई कला में दक्ष बनाने के लिए मास्टर ट्रेनर द्वारा पिछले एक माह से सिलाई की विभिन्न कलाओं से अवगत कराया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार प्रशिक्षण के बाद जहां यह महिलाएं आत्मनिर्भर होकर स्वयं का व्यवसाय संचालित करेंगी। वहीं पुलिस विभाग द्वारा उन्हें आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की वर्दी सीलने का कार्य दिया जाएगा। जिससे उन्हें व्यवसाय के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। सिलाई प्रशिक्षण प्रभारी आरक्षक अन्नु भोई ने बताया कि महिलाएं बहुत ही लगन और मेहनत से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को देखने पहुंची एसपी नेहा चंपावत का कहना है कि पुलिस विभाग के विभिन्न पदों में पदस्थ होने के लिए शारीरिक प्रशिक्षण जरूरी है। छत्तीसगढ़ की महिलाओं और युवतियों में भरपूर प्रतिभा है। इन प्रतिभाओं को तरासने और अवसर देने की जरूरत है। शारीरिक प्रशिक्षण ले रहीं युवतियां से मिलकर चंपावत ने उनका मनोबल बढ़ाया और प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहित किया।
इस दौरान रक्षित निरीक्षक सुधीर कुजूर ने भी प्रशिक्षणार्थियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की युवतियों को पुलिस विभाग में भर्ती के लिए तैयार करने निःशुल्क शारीरिक प्रशिक्षण देने के लिए एसपी के प्रयासों से पहली बार आयोजन किया जा रहा है। जिसका भरपुर लाभ बालिकाएं उठा रही है।
इस दौरान उड़ान संस्था की कार्यक्रम प्रभारी रौशना डेविड ने बालिकाओं से बातचीत कर उनकी राय जानी एवं इस प्रशिक्षण के लिए बालिकाओं का मनोबल बढ़ाया। प्रशिक्षण आरक्षक अन्नु भोई ने बताया कि प्रशिक्षार्थियों को निःशुल्क सिलाई सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। जबकि शारीरिक दक्षता के प्रशिक्षार्थियों को प्रतिदिन शाम 3 से 6 बजे तक रक्षित निरिक्षक केंद्र परसदा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सिलाई और शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण के साथ ही समय-समय पर बालिकाओं को वाहन चालन का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।