चेन्नई: आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा और ओंगोल क्षेत्र में 17 दिसंबर को गंभीर चक्रवात की आशंका के चलते भारतीय तटरक्षक ने अपने जवानों को सतर्क कर दिया है. सुरक्षा बल की तरफ से समुद्र में गए मछुआरों के जानमाल की सुरक्षा के लिए जरुरी उपाय शुरू कर दिए हैं.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक स्थानीय मौसम विभाग ने गहरे दबाव के गंभीर चक्रवात के रूप में तब्दील होने का पूर्वानुमान लगाया है. विज्ञप्ति में बताया गया है कि आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के लिए आवश्यकता पड़ने पर किसी भी तरह की सहायता के लिए नौकाओं और हवाई जहाज को तैयार रखा गया है. मौसम विभाग के अनुसार चेन्नई तट से लगभग 900 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में गहन दबाव का क्षेत्र बन गया है और इसके सशक्त होकर चक्रवात में तब्दील होने तथा अगले 24 घंटे के दौरान उत्तरी तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में टकराने की सम्भावना है, वहीं छत्तीसगढ़ एवं ओड़िशा में भी बारिश होने की संभावना है.
तटरक्षक बल ने समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों तक जानकारी पहुंचाने के लिए भी जरुरी प्रबंध किए हैं, मछुआरों की नौकाओं को सुरक्षित वापस तट तक लाने के लिए सुरक्षा बल की तरफ से दो नौकाओं को समुद्र में भेज दिया गया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी तितली और गाज़ा नामक चक्रवात ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचा चुके हैं.
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