लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली में भगदड़ मचने से 3 महिलाआें की दबकर मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। रैली का आयोजन कांशीराम स्मारक स्थल पर किया गया था। पुलिस ने बताया कि सीढ़ियो पर बने दो द्वारों में से एक से लोग नीचे आ रहे थे और संतुलन बिगड़ने से एक दूसरे के उपर गिर पड़े।
घटना में बिजनौर की 68 वर्षीय शांति देवी और एक अन्य अज्ञात महिला की दम घुटने से मौत हो गई। बसपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिजली का तार कटने की अफवाह के चलते भगदड़ मची। घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राम अचल राजभर ने हालांकि कहा कि महिलाओं की मौत गर्मी और उमस की वजह से हुई।
बसपा संस्थापक कांशी राम की 10वीं पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्त्ता और लोग एकत्र हुए थे। वर्ष 2002 में लखनऊ में बसपा की एक रैली के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन में पार्टी के कम से कम 12 कार्यकर्त्ता मारे गए और 22 घायल हो गए थे।
सीएम अखिलेश ने की 2-2 लाख देने की घोषणा
उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश ने की बसपा रैली के मृतक आश्रितों को 2-2 लाख रूपए देने की घोषणा लखनऊ 9 अक्टूबर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की रैली में मरने वाली 2 महिलाओं के आश्रितों को 2-2 लाख रूपए देने की घोषणा की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रैली में आई 2 महिलाओं की दम घुटने से मृत्यु हो गई। उनके आश्रितों को 2-2 लाख रूपए दिया जाएगा जबकि घायलों को मुफ्त इलाज करने के आदेश दिए गए हैं।
बसपा पांच लाख देगी मुआवजा
बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली में बवाल व भगदड़ मच जाने से दो की मौत हो गई जबकि कई घायल हैं जिसमें तीन की हालत गंभीर है। मामले पर सीएम अखिलेश यादव ने मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भी मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख व घायलों का पार्टी की तरफ से इलाज कराने की घोषणा की।