लखनऊ। बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने अपने जन्मदिन पर अल्पसंख्यकों को भारतीय जनता पार्टी का भय दिखाकर अपने पक्ष में गोलबन्द करने की कोशिश की है और कहीं न कहीं भारतीय जनता पार्टी के ध्रुवीकरण के एजेण्डे को मजबूत किया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बावजूद सुश्री मायावती अल्पसंख्यकों के धार्मिक मुद्दे को उछालकर न सिर्फ सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की अवहेलना कर रही हैं बल्कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का भी उल्लंघन कर रही हैं।
आर्थिक सहायता के लिए किस मद से आर्थिक सहायता करेंगीं यह बताने का निर्देश चुनाव आयोग द्वारा दिया गया है इसके खिलाफ वह आर्थिक सहायता की बात कर रही हैं लेकिन मद नहीं बता रही हैं, जिसको बताना अनिवार्यता है। क्या मायावती जी मतदाताओं को प्रलोभन नहीं दे रही हैं?