जीका वायरस से पोजीटिव होने की खबर मिलते ही पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है। बिहार के सीवान जिले में उस समय अफरातफरी मच गई जब जयपुर में पढ़ने वाले एक लड़के की जांच में जीका वायरस पॉजिटिव पाया गया। पंकज चौरसिया जयपुर में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करते हैं।
वह 28 अगस्त से लेकर 12 सितंबर तक बिहार एक परीक्षा में शामिल होने के लिए आए थे। मामला जिले के बड़हरिया प्रखंड के हरिहरपुर लालगढ़ का है। चिकित्सीय जांच में जीका वायरस पाये जाने की सूचना मिलते ही इलाके के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। एंटी डेंगू मेडिकल कैंप को छोड़कर जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एमआर रंजन एक मेडिकल टीम लेकर हरिहरपुर लालगढ़ पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर जानकारी ली।
उन्होंने परिवार के लोगों को साफ से रहने के साथ आसपास की जगह को भी साफ-सुथरा रखने की हिदायत तक दे डाली। विभाग का निर्देश मिलने के बाद परिवार के अन्य लोगों के भी जांच के लिए खून के नमूने मेडिकल कॉलेज में भेजे जा सकते हैं। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपने वरीय अधिकारियों के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। हरिहरपुर लालगढ़ के बबलू चौरसिया के परिवार के लोग जयपुर में भी रहते हैं। बता दें कि अभी तक परिवार के किसी भी सदस्य में इसका लक्षण देखने को नहीं मिला है।
परीक्षा खत्म होने के बाद वह 12 सितंबर को जयपुर लौट गया। सीवान से जाने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गयी। परिवार वालों ने उसे जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में दिखाया। मेडिकल जांच के दौरान उसके शरीर में जीका वायरस मिलने की पुष्टि हुई। एसएमएस मेडिकल कॉलेज द्वारा जिला सर्वेक्षण इकाई को पंकज चौरसिया में जीका वायरस मिलने की सूचना दी गयी।
इसी सूचना पर जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एमआर रंजन, केटीएस इंद्र कुमार, पीके ओझा और आईडीएसपी के राकेश कुमार सिंह पंकज के घर पहुंचे और विस्तृत जानकारी ली। डीएमओ ने बताया इस गांव में मलेरिया विभाग द्वारा एहतियात के तौर पर मालाथियान की फॉगिंग करायी जायेगी। वायरस का पता चलते ही बिहार के 38 जिलों में एडवायजरी जारी कर दी है।