बढती फिल्मों के काफिलों की संख्या और सितारों की भीड के कारण अब ऐसा महसूस होने लगा है कि हिन्दी फिल्मों में आने वाले समय में ऐसा कोई सितारा नहीं होगा जो सुपर स्टार कहलाएगा। तीन दिन के व्यवसाय में सिमटी हिन्दी फिल्मों की दुनिया में अब हर सप्ताह एक सितारा पैदा होता है और हर महीने एक सुपर सितारा उभरता है लेकिन एक महीना खत्म होते ही इन सितारों और सुपर सितारों की चमक धुंधला जाती है। दर्शक किसी नए को यह ताज सौंप देता है। ऐसा ही कुछ पिछले दिनों सुपर मॉडल और अभिनेता मिलिंद सोमन ने अपने हाल ही में एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा है।
बॉलीवुड में आने वाले समय में कौन सुपर स्टार होगा यह पूछने पर उन्होंने कहा ”आज के समय में कोई सुपरमॉडल नहीं है। सुपरमॉडल तो भूल जाइए, अब कोई सुपरस्टार भी नहीं है। सलमान खान, आमिर खान और शाहरुख खान के बाद कोई सुपरस्टार नहीं होगा। हां, रणवीर सिंह, सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन जैसे भी एक्टर्स हैं, जो साधारण किरदार निभाते हैं। अब कोई सुपस्टार नहीं चाहता। अब कोई सुपरमॉडल भी नहीं चाहता। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कैट मॉस ही अंतिम सुपरमॉडल थीं।”
एक तरफ जहां मिलिंद ने बॉलीवुड के सुपर सितारों और युवा बिग्रेड पर खुलकर बातचीत की, वहीं उन्होंने वर्तमान समय में बन रही नायिका प्रधान फिल्मों के बारे में भी बात की। मिलिंद ने बताया, ‘हॉलीवुड इंडस्ट्री बड़ी होते हुए भी हम उनसे काफी अच्छा कर रहे हैं। कंगना, दीपिका, सोनाक्षी और प्रियंका जैसी अभिनेत्रियां आज वुमेन सेंट्रिक फिल्में कर रही हैं। अब चीजें बदल रही हैं। हॉलीवुड में सिर्फ जूलिया रोबर्ट्स ऐसी फिल्में अच्छी तरह कर सकती हैं।’