भगवान राम के परम सेवक हनुमानजी की जाति को लेकर अभी सियासी बयानबाजी जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उन्हें दलित कहे जाने के बाद अब उनकी सरकार के दुग्ध विकास और सांस्कृतिक कार्य मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने उन्हें जाट बताया है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भी विधानमंडल सत्र के दौरान मंत्री ने पवनपुत्र हनुमान को अपनी जाति का बताया था।
संकेतों में भी बयानबाजी
फिलहाल इन दिनों हनुमानजी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर है। इसमें कुछ नेता अपनी-अपनी मर्जी के मुताबिक टिप्पणी कर रहे हैं लेकिन कुछ संकेतों में भी बहुत कुछ करते नजर आते हैं। इसी तरह के एक मामले में यूपी सरकार के एक और मंत्री सुरेश खन्ना भी शामिल रहे। हालांकि उन्होंने हनुमान जी के लिए कुछ कहा नहीं लेकिन इशारों इशारों में बता दिया कि वह रामभक्त के भक्त हैं। अब तक अंजनीनंदन को विविध जाति-धर्म का बताने वालों की फहरिस्त लंबी हो चुकी है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद से केंद्रीय मंत्री सत्यपाल चौधरी, आयोग अध्यक्ष नंद किशोर, यूपी मिनिस्टर लक्ष्मी नारायण और भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब हनुमान जी का जाति धर्म बता चुके हैं।
हनुमानजी किस जाति के
- दलित यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ
- आर्य केंद्रीय मंत्री सत्यपाल चौधरी
- जनजाति आयोग अध्यक्ष नंद किशोर
- जाट यूपी मिनिस्टर लक्ष्मी नारायण
- मुसलमान एमएलसी बुक्कल नवाब
जाट का मतलब अन्याय का विरोध
शुक्रवार को ताजा मामले में प्रतापगढ़ में मंत्री मोती सिंह के आवास पर उनके पिता को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि हनुमान जी जाट थे, इसमें कोई संदेह नहीं है। जाट का मतलब अन्याय का विरोध करना होता है और भगवान राम की पत्नी सीताजी का अपहरण होने पर उन्होंने रावण की लंका जला दी थी।
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