 लखनऊ। मोदी सरकार के  मंगलवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के पीछे पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ा केन्द्र यूपी  है। इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में यहां के सांसदों को स्थान मिल सकता है। जबकि कामकाज की रिपोर्ट के आधार पर कलराज मिश्र रमाशंकर कठेरिया आदि का पत्ता कट सकता है।सूत्रों के मुताबिक, नए मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, महेंद्र नाथ पांडे,,राजबीर सिंह और कृष्णा राज के नाम शामिल हैं। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ वरुण गांधी डा सतपाल सिंह और राघव लखन पाल का नाम भी चर्चा में है। जबकि कलराज मिश्र और रमाशंकर कठेरिया की मंत्रिमंडल से छुट्टी की जा सकती है। उन्हें संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है। अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी की खास नजर इस प्रदेश पर टिकी है। वह चाहते हैं कि कुछ सांसदों के समर्थक जो उनके मुख्यमंत्री पद को लेकर नाम चला रहे हैं उन्हे केन्द्र में कोई मंत्री पद देकर इससे पैदा हो रही कंट्रोवर्सी से रोका जा सके।पार्टी कार्याल में इस बात की चर्चा दिन भर होती रही कि मंत्रियों के दो साल के कामकाज की रिपोर्ट के आधार पर किए जा रहे इस बदलाव के दौरान कैबिनेट में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इनमें तीन मंत्रियो के उत्तर प्रदेश से लाये जाने की बात है. इसी क्रम में प्रदेश से भाजपा की सहयोगी पार्टी ’अपना दल’ की सांसद अनुप्रिया पटेल महेन्द्र पॉडे को सरकार में शामिल किया जा सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति जातीय संतुलन बनाये रखने की भी है।
लखनऊ। मोदी सरकार के  मंगलवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के पीछे पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ा केन्द्र यूपी  है। इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में यहां के सांसदों को स्थान मिल सकता है। जबकि कामकाज की रिपोर्ट के आधार पर कलराज मिश्र रमाशंकर कठेरिया आदि का पत्ता कट सकता है।सूत्रों के मुताबिक, नए मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, महेंद्र नाथ पांडे,,राजबीर सिंह और कृष्णा राज के नाम शामिल हैं। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ वरुण गांधी डा सतपाल सिंह और राघव लखन पाल का नाम भी चर्चा में है। जबकि कलराज मिश्र और रमाशंकर कठेरिया की मंत्रिमंडल से छुट्टी की जा सकती है। उन्हें संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है। अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी की खास नजर इस प्रदेश पर टिकी है। वह चाहते हैं कि कुछ सांसदों के समर्थक जो उनके मुख्यमंत्री पद को लेकर नाम चला रहे हैं उन्हे केन्द्र में कोई मंत्री पद देकर इससे पैदा हो रही कंट्रोवर्सी से रोका जा सके।पार्टी कार्याल में इस बात की चर्चा दिन भर होती रही कि मंत्रियों के दो साल के कामकाज की रिपोर्ट के आधार पर किए जा रहे इस बदलाव के दौरान कैबिनेट में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इनमें तीन मंत्रियो के उत्तर प्रदेश से लाये जाने की बात है. इसी क्रम में प्रदेश से भाजपा की सहयोगी पार्टी ’अपना दल’ की सांसद अनुप्रिया पटेल महेन्द्र पॉडे को सरकार में शामिल किया जा सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति जातीय संतुलन बनाये रखने की भी है।
 
		
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