कानपुर । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बसपा का बिना नाम लिए करारा हमला किया। कहा कि एक समय था कि मनुवादी-मनुवादी कहकर ब्राह्मणों को पानी पी-पीकर गालीदी जाती थी, जब मैंने उनके सुप्रीमों से पूछा कि आखिरकार मनुवादी है क्या तो वे सही जवाब नहीं दे पाईं। आगे उन्होंने कहा एकता का पाठ पढ़ाने वाली शक्ति का नाम ही ब्राह्मण है। ब्राह्मण ने सदैव देश व समाज के हित में काम किया है।बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इण्टर कालेज में शनिवार को सर्व ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में मेधा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवल व सरस्वती वंदना कर की गई। मुख्य अतिथि ने बसपा का बिना नाम लिए कहा कि एक समय था कि कुछ लोग राजनीति के लिए ब्राह्मणों के खिलाफ भड़काने का काम करने लगे। जिसका परिणाम रहा कि समाज में बिखराव की स्थिति आ गई। उन्होंने कहा कि मैंने एक बार पार्टी के प्रमुख से मनुवाद की व्याख्या पूछी। तब वह सन्न रह गई और कहा कि मनु को आपने पढ़ा है तो सही जवाब नहीं दे सकीं। जिसके चलते एक दिन ऐसे आया कि जिन ब्राह्मणों को गाली दी जा रही थी उन्हीं की ताकत पर सत्ता हासिल की। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सदैव देश व समाज में एकता का पाठ पढ़ाता है। जिसमें दया, करुणा, सेवादान और शिक्षा का प्रवर्तन करने की क्षमता हो वही ब्राह्मण है। उदारता ब्राह्मणत्व का महत्वपूर्ण लक्षण है। जीवन को सार्थक बनाने वालेे जिसमें सभी लक्षण हो वह ब्राह्मण है। इस अवसर पर सर्व ब्राह्मण महासभा के के.ए. दुबे पदमेश, वीरेन्द्र दुबे, डा. नरेन्द्र द्विवेदी, अशोक पाण्डेय, अवधेश अवस्थी, ओम नारायण त्रिपाठी, डा. दिवाकर मिश्र आदि मौजूद रहें।