महाराष्ट्र सरकार आरक्षण की मांग को लेकर छिड़े मराठा आंदोलन को शांत कराने की कोशिश में जुटी है। इसको लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में आरक्षण के मुद्दे पर कोई रास्ता निकाला जा सकता है। इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री फडणवीस और मराठा नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली ये बैठक राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े के निवास पर हुई। इस बैठक के बाद आरक्षण को समर्थन देने का फैसला लिया गया।
शिवसेना का दावा, भाजपा का जवाब
मराठा आंदोलन और आरक्षण की मांग के दौरान हिंसा की वजह से मुख्यमंत्री फडणवीस सवालों के घेरे में हैं। इस बीच सहयोगी शिवसेना ने दावा किया है कि भाजपा फडणवीस को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाना चाहती है। हालांकि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने शिवसेना के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री नहीं बदलेगा, पूरी पार्टी देवेंद्र फडणवीस के पीछे खड़ी है।’ बता दें कि शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने दो दिन पहले यह बयान दिया था कि भाजपा मराठा आरक्षण आंदोलन के बहाने फडणवीस को कुर्सी से हटाना चाहती है।
‘फडणवीस के साथ खड़ी पूरी पार्टी’
इस पर गडकरी ने जोर देकर कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मीडिया में फडणवीस को हटाने के बारे में चर्चा क्यों हुई है। पूरी पार्टी फडणवीस के साथ खड़ी है और महाराष्ट्र में नेतृत्व बदलने के बारे में पार्टी में कोई बात नहीं है।’ महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘कुछ लोग समाज में जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर घोलने का प्रयास कर रहे हैं। मैं दृढ़ता से मानता हूं कि मराठा समेत सभी समुदायों को फडणवीस के नेतृत्व में न्याय मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि फडणवीस ने बुनियादी ढांचे, सिंचाई, निवेश और रोजगार उत्पादन के क्षेत्रों में बहुत अच्छा काम किया है।