समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार से विचित्र मांग की है। प्रदेश में साधु-संतों को पेंशन देने की खबरों के बीच अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार से हर जगह पर रामलीला में काम करने वाले सभी कलाकारों को भी पेंशन देने की मांग कर दी है।
अखिलेश यादव आज लखनऊ में विभिन्न डिग्री कालेज में समाजवादी छात्रसभा के विजेता पदाधिकारियों से मिले और उनको शुभकामना दी। इसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी साधु -संतों को कम से कम 20-20 हजार रुपया महीना पेंशन मिलनी चाहिए। इसके साथ ही सरकार रामलीला में काम करने वाले सभी कलाकारों को भी पेंशन दे। इनमें राम, सीता व लक्ष्मण का रोल करने वालों को भी शामिल किया जाए। उनको भी पेंशन मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बाद सरकारी खजाने से कुछ बचे तो रावण को भी पेंशन मिले। अखिलेश ने कहा कि सरकार आने पर मैं गरीब महिलाओं को 2000 रुपये प्रतिमाह समाजवादी पेंशन दूंगा।
महागठबंधन के नेतृत्व के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुत विकल्प हैं। हमारे देश में नेतृत्व जनता खुद तय कर लेती है। आने वाले समय में जल्दी ही महागठबंधन का नेता तय होगा। देश नया प्रधानमंत्री का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। हम लोग भाजपा की सरकार को गिराने में लगे हैं और अपने प्रयास में सफल भी होंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव पास आते ही भाजपा के नेताओं की भाषा गंदी होने लगी है। बलिया में एक महिला विधायक ने अभद्र टिप्पणी की है। हम लोग इसकी शिकायत करेंगे। अखिलेश यादव ने पत्रकार वार्ता में सपा बसपा गठबंधन की सीटों का विस्तृत ब्यौरा जारी करने की बात कही। रालोद व निषाद पार्टी को सीट देने के सवाल पर मौन रहे।
अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ में दान होता है। भारत सरकार यूपी को संगम किनारे का किला दान कर दे। जो लोग संस्कृति और समाज का ढंका पीटते हैं उनकी भाषा कल देखी आपने, बसपा की नेता आदरणीय मायावती जी के लिए जिस स्तर की घटिया भाषा का इस्तेमाल किया वह गलत है। इनके पास काम का कोई ब्यौरा नहीं है इसलिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस बार चुनाव में जनता उन्हें जवाब देने के लिए तैयार बैठी है। उसी महिला विधायक ने सपा के बारे में क्या कहा यह देखा है। मायावती जी के लिए जो शब्द इस्तेमाल किये गए हैं, उससे तो लग रहा है कि यह लोग फ्रस्टेट हैं। आंखों के सामने अंधेरा है उनके। अपने काम ना बता कर दूसरी तरफ चुनाव ले जाना चाहते हैं। अभी इनकी भाषा और गिरेगी।
नया भारत बनाने का काम नौजवान करेंगे जो सपना देखते हैं, संघर्ष करते हैं। सबसे शानदार युवाओं का संगठन समाजवादी पार्टी में है। सुना है कि भारत का डंका दुनिया में बज रहा है। ठोको से डंके पर आए हैं। भुखमरी के आंकड़े देखिए भारत की गिनती उसमें हैं। सबसे ज्यादा बेरोजगार, स्वास्थ्य की बुरी हालत पर भारत आगे है। लोकतंत्र में भाजपा जितना झूठ किसी ने कभी नहीं कहा। अब तो चुनाव के दिन कम बचे हैं अब सब जनता तय करेगी। जिन्हें सिलेंडर और चूल्हा मिला था वो महिलाएं इंतजार कर रही के बताएं कि कैसे सिलेंडर भरा जाता है। सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठे लोगों की भाषा भी ऐसी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रवासी कुछ इन्वेस्ट करेंगे, कुम्भ देखकर मन बदलेगा। उन्हें भरोसा दिलाना होगा। ठोको नीति से उनका भरोसा नहीं जीता जा सकेगा। हमने पत्रकारों का सम्मान किया, लेकिन यह लोग उनकी पिटाई करवा रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा मायावती के खिलाफ अमर्यादित बयान देने वाली भाजपा विधायक सपा के खिलाफ भी बोलती रही है। सपा भी उनके खिलाफ लिख कर देगी। इस बार कुम्भ में स्नान करने के बाद मन बदले और शायद कुछ निवेश करें।