छपरा। महिला यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने खास पहल की है। अब ट्रेनों के महिला डिब्बे में सिर्फ महिला टीटीई और आरपीएफ की महिला कांस्टेबुल की तैनात की जाएंगी । सब कुछ ठीक रहा तो , इस साल दिसम्बर से यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी ।रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जं. समेत अन्य स्टेशनों पर तैनात महिला चल टिकट परीक्षकों (टीटीई) की संख्या के बारे में जानकारी मांगी है । कुछ माह पहले पूर्वोत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों के महिला डिब्बों में यह व्यवस्था लागू की थी , जो काफी सफल रही थी । पूर्वोत्तर रेलवे में इस वक्त करीब सौ महिला टीटीई तैनात हैं । एक अनुमान के मुताबिक पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन से रोज करीब 15 हजार महिला यात्री सफर करती हैं । यहां से होकर जाने वाली सुपरफास्ट वैशाली, बिहार सम्पर्क क्रांति, स्वतंत्रता सेनानी और छपरा गोरखपुर इंटरसिटी , छपरा वाराणसी इंटरसिटी, छपरा लखनऊ एक्सप्रेस , उत्सर्ग एक्सप्रेस , बरौनी लखनऊ एक्सप्रेस सहित करीब तीन दर्जन ट्रेनों में महिला कोच हैं ।वर्तमान समय में छपरा जं से होकर गुजरने वाली किसी भी ट्रेन के महिला डिब्बे में महिला टीटीई की तैनाती नहीं है । इन ट्रेनों के महिला डिब्बे पर पुरुष यात्रियों का अवैध कब्जा रहता है । इसका खामियाजा महिला यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है । महिला यात्रियों के साथ छेड़छाड़ और छिनतई की घटना भी इस वजह से होते रहता है । महिला डिब्बे में सीट पुरूष कब्जा जमा लेते हैं और महिला यात्रियों को नीचे बैठकर यात्रा करने को विवश होना पड़ रहा है ।पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जं पर ट्रेनों के महिला डिब्बे में अनधिकृत रूप से सफर करते चार माह मे दो हजार पुरुष यात्रियों को रेलवे सुरक्षा बल के द्वारा गिरफ्तार किया गया है । महिला डिब्बे में अनधिकृत रूप से सफर करने वालों के खिलाफ यह अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान से रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि हुयी है ।
वाराणसी के रेल मंडल जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि महिला यात्रियों की सुरक्षा और उन्हें बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए के लिए खास कदम उठाया गया है । महिला टीटीई और आरपीएफ की महिला कांस्टेबुल की तैनाती ट्रेन के महिला डिब्बों में किया जाएगा ।