लखनऊ। प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री डा. रीता बहुगुणा जोशी ने मोबाइल एप ‘जागृति’ को लांच करते हुए कहा कि महिला सशक्तीकरण के प्रति समाज की संवेदनशीलता को प्रदर्शित करने के लिए यह एप लांच किया गया है। इस एप पर उन सभी सुझावों और अनुभवों को आमंत्रित किया जा रहा है, जो महिला सशक्तीकरण को नई दिशा एवं आयाम देने में समर्थ हों।
जोशी ने कहा कि प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से संबंधित किसी भी प्रकार के सुझाव इस एप पर प्रेषित किए जा सकते हैं। इस एप का यूआरएल ीजजचरूध्ध्उंीपसंांसलंदण्नचण्दपबण्पदण्ंचा है। उन्होंने शुक्रवार को एप लांच के अवसर पर कहा कि महिला सशक्तीकरण का कार्य उत्तर प्रदेश में तेजी से चलाया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार विभागीय योजनाओं को कन्वर्जेंस के माध्यम से महिलाओं के सशक्तीकरण एवं कल्याण के लिए कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के अन्तर्गत गृह विभाग, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आवास एवं शहरी नियोजन, कृषि, ग्राम्य विकास, लघु उद्योग, समाज कल्याण, बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, पंचायतीराज, श्रम एवं नियोजन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनायें सम्मिलित हैं।
प्रदेश की परिवार कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्रीमती स्वाति सिंह ने कहा कि महिलाओं को एक छत के नीचे महिला हेल्प लाइन, महिला रिपोर्टिंग चैकी, मनोवैज्ञानिक तथा सामाजिक सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। महिला कल्याण विभाग द्वारा केन्द्र वित्त पोषित संचालित स्वाधार योजना, 181 महिला हेल्प लाइन तथा वृद्ध महिला आश्रम, एकल श्रमजीवी महिला आवास योजना का संचालन व्यापक स्तर पर किया जा रहा है।
इस अवसर पर विशेष सचिव गृह मिनिस्ती एस.नायर, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रो. निशि पाण्डेय, प्रो. राकेश चन्द्रा, एडवोकेट रेनू मिश्रा, डॉ. नीलम सिंह सहित प्रदेश के प्रमुख स्वैच्छिक संस्थाओं एवं समाज सेवी व्यक्तियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणुका कुमार ने स्वैच्छिक संस्थाओं का आवाह्न किया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की नीतियों एवं कार्यक्रम के सफल संचालन में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर विभाग की सचिव श्रीमती नीना शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।