नई दिल्ली. देशभर के विभिन्न बैंकों से करीब 10 हजार करोड़ रूपए का कर्जा लेकर फरार होने वाला शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान ने सब तरफ सनसनी मचा दी है. बुधवार को विजय माल्या द्वारा लंदन की अदालत में एक बयान दिया गया था जिसके बाद से ही भारत की राजनीति में भूचाल आ गया. वेस्टमिंस्टर की कोर्ट में माल्या ने कहा कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी और सभी बैंकों से लिए कर्ज के सेटलमेंट की भी बात कही थी. जैसे ही माल्या का ये बयान सामने आया सभी विपक्षी दलों ने उनपर हमला करना शुरू कर दिया.
हाल ही में कांग्रेस ने सरकार से ये मांग की है कि वह इस मुद्दे पर सामने आकर जनता के सामने अपना पक्ष रखे. इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी ने तो अर्जुन जेटली के इस्तीफे की भी मांग कर दी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि लंदन में विजय माल्या द्वारा किये गए दावे को लेकर पीएम को इस मामले में स्वतंत्र जांच के आदेश देने चाहिए. राहुल ने एक ट्वीट में लिखा कि ‘आज लंदन में विजय माल्या के बेहद गंभीर आरोपों को देखते हुए प्रधानमंत्री को इस मामले में तुरंत स्वतंत्र जांच का आदेश देना चाहिए. जब तक जांच चले अरुण जेटली को वित्त मंत्री का पद छोड़ देना चाहिए.’
इस मामले में कांग्रेस के पीएल पुनिया ने तो ये भी दावा किया है कि उन्होंने विजय माल्या और अरुण जेटली को संसद के सेंट्रल हाल में आपस में बातचीत भी करते हुए देखा था. इतना ही नहीं पुनिया ने आगे ये भी कहा कि इस बात की पुष्टि संसद में लगे सीसीटीवी कैमरों के द्वारा की जा सकती है.
Given Vijay Mallya’s extremely serious allegations in London today, the PM should immediately order an independent probe into the matter. Arun Jaitley should step down as FInance Minister while this probe is underway.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2018