बहरमपुर। मुर्शिदाबाद मेडिकल कालेज अग्निकांड की जांच अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने शुरू कर दी है। रविवार सुबह सीआईडी के डीआईजी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व वाले जांच दल ने घटनास्थल का मुआयना किया। सीआईडी अधिकारियों की मौजूदगी में लगभग पूरी तरह जल चुके अस्पताल के मेडिसिन विभाग का ताला खोला गया।
विपक्षी पार्टियां इस भयावह घटना के लिए प्रशासनिक लापरवाही व सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस की करतूतों का नतीजा करार दे रही है। वहीं सत्ताधारी खेमा इसे ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ साजिश बता रहा है। विवाद बढते देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गत रात मामले की जांच सीआईडी से कराए जाने की घोषणा की थी। उधर, हादसे में मारे गए एक शिशु का शव पोस्टमार्टम के बगैर परिजनो को सैौंप दिए जाने को लेकर भी विवाद उत्पन्न हो गया है। इसके अलावा हादसे के वक्त अस्पताल की दूसरी मंजिल के दोनो छोरों पर स्थित सीढियों के दरवाजे लाक होने को लेकर भी सवाल खडे हो रहे हैं। आपात स्थिति में चाबी नहीं मिलने से ये दरवाजे नहीं खोले जा सके जिसके चलते मध्य भाग में स्थित एक मात्र तंग सीढी से आतंकित लोग एक साथ उतरने लगे जिसके चलते मौतें हुई।
क्या था यह ‘मेडिकल कालेज अग्निकांड’ –
उल्लेखनीय है कि शनिवार दोपहर को मुर्शिदाबाद मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग में आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई थी जबकि तीस से अधिक लोग घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर मौके का मुआयना करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की विेशेष सलाहकार समिति की सदस्य व पूर्व मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने घटना के पीछे साजिश की आशंका जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य में ममता बनर्जी सरकार की लगातार बढती लोकप्रियता से परेशान ताकतों ने साजिश के तहत इस अग्निकांड को अंजाम दिया