लखनऊ। मड़ियांव इलाके में सोमवार देर रात एक दम्पति ने साथ में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मौत का एक कारण एक ऐसी बीमारी थी, जिसे समाज में हीन भावना से देखा जाता है। जैसे ही जांच में दम्पति को बीमारी की पुष्टि हुई तो पड़ोसी और रिश्तेदार उनसे दूरियां बनाने लगे। दोनों को बात बात पर ताने मिलने लगे।
थक हारकर दम्पति ने सोमवार की रात एक ही साड़ी से पखे के सहारे लटककर आत्महत्या कर ली। देर रात पोते का दूध लेने पिता कमरे में पहुंचा तो उसे घटना की जानकारी हुई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मड़ियांव इलाके के प्रीतीनगर में रहने वाले दीनाराम ने बताया कि वह घर में अपनी पत्नी उर्मिला और बेटे प्रकाश (35) व बहू रेनू (30) के साथ रहते है। सोमवार रात करीब 2 बजे प्रकाश का आठ माह का मासूम बच्चा दूध के लिए रोया तो दीनाराम बेटे प्रकाश के कमरे में दूध लेने के लिए गए। बेटे के कमरे में जाते ही उनके होश उड़ गए। कमरे में प्रकाश और रेनू दोनों साडी के सहारे एक साथ पंखे से लटके हुए थे। नजारा देखकर उनकी चीख निकल पड़ी और शोरगुल सुनकर मोहल्ले वालो का जमावड़ा भी लग गया। घटना की जानकारी पाकर इंस्पेक्टर मड़ियांव नागेश मिश्रा फोर्स के साथ पहुंचे।
चार माह पहले चला पता
पिता दीनाराम ने बताया कि प्रकाश अक्सर बीमार रहता था। उसका इलाज चल रहा था। करीब चार माह पूर्व एक जांच में सामने आया कि प्रकाश एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। ये जानते ही परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा। बीते शनिवार को चिकित्सक की सलाह पर बहू रेनू ने भी चेक करवाया तो उसे भी वहीं बीमारी निकली। दो दिन से परिवार में गमगीन माहौल था कि सोमवार रात दोनों ने फ ांसी लगा ली।
अनाथ हो गया आठ माह का मासूम
बताया जा रहा है कि प्रकाश व रेनू की शादी लगभग 5 वर्ष पूर्व हुई थी। बहुत दिनों तक दोनों की कोई संतान नही हुई। आठ माह पूर्व रेनू ने एक बच्चे को जन्म दिया। अब एक साथ दोनों के फ ांसी लगाने से वह आठ माह का सौरभ अनाथ हो गया। मासूम के सिर से मां- बाप का साया उठा तो मोहल्ले वालो की आँखों में भी नमी आ गई।
तीन माह पूर्व ही दंपत्ति आये थे रहने
दीनाराम ने बताया कि उनका बेटा रमेश दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। दिल्ली से फि र उत्तराखंड में जाकर वह नौकरी करने लगा था। इसी दौरान उन्हे बेटा हुआ तो उसे संभालने में दिक्कत हो रही थी। मां-बाप कहन पर लगभग तीन माह पूर्व दंपत्ति लखनऊ आ गए और मां- बाप के साथ रहने लगे थे।
दादा के पास सोता है मासूम सौरभ
बताया जाता है कि प्रकाश को पहले से ही बीमारी थी, लेकिन बीते शनिवार को उसकी पत्नी की रिपोर्ट में भी उसी बीमारी की पुष्टि हो गई तो पूरा परिवार सहम गया। कही बच्चे को भी ऐसी दिक्कत न हो जाए इसीलिए दीनानाथ ने उसे मां से अलग अपने पास लिटाने का फैसला किया। घटना के वक्त भी मासूम अपने दादा के पास ही लेटा था, जिसके रोने पर वो दूध लेने बेटे के कमरे में पहुंचे थे।