हमारा पड़ोसी और मित्र देश नेपाल देश की सुरक्षा की दृष्टि से बेहद ही सख्त गणराज्य है। वहां के आम से लगाए खास तबके तक को सिस्टम में रहकर ही सारे कार्यों को करना होता है। फिर चाहे वह कोई भी हो। नेपाल की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर समय-समय पर वहां के सिस्टम में बदलाव भी किया जाता है। जिसके नियम-कानून के बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण आए दिन भारतीय लोगों को वहां कागजी कार्रवाई में फंस कर जहां दो-चार होना पड़ रहा है। वहीं कुछ लोगों को नेपाली प्रशासन की कठोर कार्रवाई का सामना भी करना पड़ रहा है तो कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई की जद में आ जाते हैं। इसलिए यदि आप नेपाल में घूमने के मकसद से जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम आ सकती है।
भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र का होना जरुरी
नेपाल जाते समय आपके पास भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फोटोयुक्त पहचान पत्र आपके पास होना अनिवार्य है। नेपाल में यदि आप होटल, पार्क, धार्मिक स्थल सहित अन्य पर्यटक स्थलों पर भ्रमण करना चाहते हैं तो वहां आपको आपका पहचान पत्र दिखाने एवं उसे फीड कराने के बाद ही आगे सैर करने की अनुमति दी जाएगी। अन्यथा वापस घर लौटना पड़ सकता है।
निजी वाहन से जा रहे हैं नेपाल तो इस कार्रवाई पर दें ध्यान
भारत से नेपाल में प्रवेश करते समय ध्यान रखने वाली सबसे अहम बात यह है कि यदि आप दो पहिया अथवा चार पहिया वाहन से नेपाल में जा रहे हैं तो आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का कागज सहित वाहन से संबंधित सभी कागजातों का होना जरुरी है। इसके बाद सबसे पहले आपको सोनौली सीमा के नजदीक स्थित नेपाल के भंसार कार्यालय में जाकर अपने वाहन को नेपाल ले जाने के लिए अनुमति लेना होगा। जिसके तहत यदि आप भैरहवा तक जाना चाहते हैं तो आपको वाहन की सुविधा करानी होगी। यदि आप भैरहवा के आगे नेपाल के किसी भी शहर में जाना चाहते हैं तो इसके लिए वाहन का भंसार (भारतीय वाहन को नेपाल में ले जाने का शुल्क) कराना होता है। वाहन का भंसार कराते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि आप जितने दिनों के लिए नेपाल में जाना चाहते हैं उतने दिनों तक का भंसार अवश्य करा लें और समय पूर्ण होने तक आप वापस भारतीय सीमा में दाखिल हो जाएं। अन्यथा भंसार का समय बीतने के बाद आपका वापस लौटना आपके लिए भारी पड़ सकता है।
हिरासत में लिए गए थे बैंक अधिकारी
पिछले दिनों उत्तर-प्रदेश के चित्रकूट जिले के एक बैंक अधिकारी जानकारी के अभाव में अपने निजी वाहन का बिना भंसार कराए परिवार समेत दो दिन पूर्व बढ़नी के रास्ते नेपाल में दाखिल हो गए। जिन्हें नेपाल की पुलिस ने हिरासत में लिया तथा उनके वाहन को सीज कर दिया। उक्त अधिकारी को तीन लाख रुपये जुर्माना देना पड़ा उसके बाद नेपाली पुलिस ने उन्हें छोड़ा।
इन सामानों का नेपाल ले जाना वर्जित
नेपाल सीमा में किसी प्रकार का असलहा, कारतूस, विस्फोटक, नशीला पदार्थ आदि इस तरह का सामन ले जाना सख्त मना है। फिर चाहे वह भारत से लाइसेंस प्राप्त ही क्यों न हो। यही नहीं नेपाल में आवश्यकता से अधिक रोजमर्रा के सामानों को भी ले जाना गैर कानूनी है। हाल ही में भारत के एक बड़े अधिकारी नेपाल घूमने के लिए गए हुए थे, जिन्हें नेपाल भंसार से छोड़ने के बाद वापस लौट रहे उनके दो अंग रक्षक होमगार्डों को सरकारी असलहा के साथ नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि भारत के उच्चाधिकारियों के काफी माथापच्ची करने के बाद उन्हें छुड़ाया जा सका।
नेपाल में वाहन चलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
यातायात नियमों को लेकर नेपाल प्रशासन बेहद ही सख्त है। वहां चार पहिया वाहन सीट बेल्ट व दो पहिया वाहन हेलमेट लगाकर सीमित रफ्तार में ही चलाना होता है तथा वाहनों का साइड मिरर, हॉर्न, हेडलाइट आदि दुरुस्त होना जरूरी है। नेपाल के प्रत्येक चौक-चौराहों पर लगे ट्रैफिक लाइट का विशेष ध्यान देते हुए यातायात संबंधित इंगित किये गए जेब्रा लाइन, स्पीड बोर्ड, पार्किंग स्थल आदि का पालन करते हुए वाहन न चलाने पर वहां के सिस्टम को चुनौती देना माना जाता है। नियम का उल्लंघन करने पर आपको जुर्माना से दंडित किया जा सकता है।
नेपाल के इन स्थानों पर जुटता है पर्यटकों का सैलाब
नेपाल में स्थित भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी, बुटवल में स्थित विख्यात सिद्ध बाबा मंदिर, जनकपुर, पोखरा स्थित फेवा ताल, गुफा, काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर, मुक्तिनाथ, मनोकामना आदि स्थानों पर पर्यटकों का सैलाब उमड़ता है। नेपाल में स्थित यह स्थल पर्यटकों के घूमने के लिए बेहद ही उद्गमस्थल हैं।