रायबरेली। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को अपनी मां और राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में पहुंची तो उनके तेवर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तल्ख थे।
उनका कहना था कि यूपी को बाहर से बेटा गोद लेने की जरूरत नहीं। उसके दोनों बेटे राहुल और अखिलेश यादव प्रदेश का विकास करने के लिए काफी हैं। यूपी का हर नौजवान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष के लिए तैयार है।
अपने भाई कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा ने दो जनसभाओं में शिरकत की परंतु पांच मिनट का भाषण केवल अपनी दूसरी सभा महाराजगंज में ही दिया। शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित पहली सभा में प्रियंका गांधी का खामोश रहना लोगों को अखरा।
इसके अलावा राहुल गांधी भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यूपी से गोद लिए बेटे का रिश्ता जोड़ने पर मुखर हुए। उन्होंने कहा कि रिश्ते बोलने से नहीं निभाने से बनते हैं। बनारस में गंगा मां से किया वादा आज तक पूरा नहीं हुआ।
समाजवादी पार्टी व कांग्रेस गठबंधन में अहम रोल निभाने वाली प्रियंका रायबरेली से लगभग 25 किलोमीटर दूर बछरावां विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी साहब शरण पासी के समर्थन में सायं पांच बजे पहुंची तो राहुल गांधी के आग्रह पर ही बोलने के लिए खड़ी हुईं।
उन्होंने नोटबंदी के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री को घेरा। उनका कहना था कि मोदी अपने भाषणों में बहनों व माताओं कहना बंद करें क्योंकि उनको महिलाओं की परेशानियां दिखाई नहीं देतीं।
ढाई साल में गब्बर सिंह बन गए मोदी
प्रियंका के साथ आए राहुल गांधी ने दो जनसभाएं संबोधित की। करीब पौन घंटे के अपने संबोधन में उन्होंने ज्यादातर वक्त प्रधानमंत्री मोदी की घेराबंदी करने में लगाया, बसपा को भूले रहे। उन्होंने कहा कि बनारस में गंगा मां से किया सफाई व भोजपुरी फिल्म इंस्ट्रीज बनाने का वादा प्रधानमंत्री भूल गए।
जहां जाते है वहां पर नए वादे कर आते हैं। राहुल ने तंज कसा कि मोदी ने “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” की तर्ज पर लोगों को सपने दिखाए लेकिन वे ढाई साल में सिर्फ गब्बर सिंह बन कर रह गए। मीडियाकर्मियों से बनारस का ताजा हाल दिखाने की बात कहते हुए राहुल ने कहा कि आप भी घबराए हुए हैं।
मोदी जी को दिल्ली से कर देंगे रवाना
राहुल गांधी ने फतेहपुर में भी एक सभा को संबोधित किया। कहा कि विधानसभा चुनाव में दो युवाओं का गठबंधन भाजपा को उत्तर प्रदेश से बाहर कर देगा और ढाई साल बाद दिल्ली से भी मोदी जी को रवाना कर दिया जाएगा ।