मायावती ने यहां कहा कि सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है लेकिन उत्तरप्रदेश पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि सिंह को सपा और भाजपा की मिलीभगत के कारण गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
इस बीच इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सिंह की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश पुलिस सिंह को तलाशने का केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ध्यान भटकाने और सिंह को बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रही है जिसे आम जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है।
उत्तरप्रदेश में भाजपा के उपाध्यक्ष रहे सिंह ने मायावती के खिलाफ भद्र टिप्पणी की थी जिसका कडा विरोध किया जा रहा है। इसके लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और भाजपा ने उन्हें पद से हटाते हुए 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।