लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों पान,तम्बाकू और गुटखा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है।
मुख्यमंत्री के तेवरों का संदेश समझते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूल-कालेजों में न केवल पान,तम्बाकू और गुटखा के संस्थानों में उपयोग को रोकने की कवायद शुरू कर दी है बल्कि शिक्षकों के आचार-व्यवहार पर भी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अब शिक्षक जींस और टी-शर्ट नहीं पहनेंगे।
विद्यालयों को आदर्श विद्यालय बनाने के लिए साफ-सुथरा रखने, आस-पास स्थित गुटका और तंबाकू की दुकानें तत्काल बंद कराने सहित अन्य सख्त नियमों के साथ ही उनका अनुपालन शुक्रवार से ही किए जाने के निर्देश दिए गए। यह जानकारी डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से जारी किया निर्देश सभी विद्यालयों को भेज दिया गया है। साथ ही इसका सख्ती से पालन कराए जाने की भी तैयार कर ली गई है।
उन्होंने विद्यालयों को भेजे गए निर्देश में विद्यालय में यदि कहीं भी पान या मसाला के दाग हैं तो उन्हें हर हाल में मिटाने के साथ ही संकुल प्रभारी को इसका निरीक्षण करने को कहा। इसके अलावा शिक्षकों को भी विद्यालय अवधि में पान मसाल, गुटका, सिगरेट के प्रयोग की मनाही है। साथ ही विद्यालय के आस-पास भी यदि कोई पान-मसाला और सिगरेट की दुकान है तो उसे बंद कराने, शिक्षकों को परिधान में टी-शर्ट्स पहनने की मनाही है।
प्रार्थना जरूरी करवाई जाए और घंटे का प्रयोग भी किया जाएगा। इसके अलावा अगर किसी छात्रा के साथ छेड़छाड़ की समस्या होती है तो इस संबंध में तुंरत ही जिला विद्यालय निरीक्षक को जानकारी दी जाए। मोबाइल फोन विद्यालय अवधि में पूर्ण रूप से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यालय प्रशासन यह भी सुनिश्चित करेगा कि संस्थान में हर दिन प्रार्थना का आयोजन किया जा रहा है और घंटे का प्रयोग किया जा रही है।