लखनऊ। रक्षाबन्धन पर्व पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने को लेकर गंभीर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने सभी अधिकारियों को पर्व से पहले व बाद में यात्रियों को बसों की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समय पर व अतिरिक्त बसों के संचालन की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं। एमडी ने सभी क्षेत्रीय प्रबन्धकों, सेवा प्रबन्धकों व सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक डिपो को 16 से 21 अगस्त तक की अवधि में ज्यादा से ज्यादा बसों का संचालन कराने की बात कही है।
परिवहन निगम के जनसंपर्क अधिकारी अनवर अंजार ने बताया कि रक्षाबंधन में बस संचालन में अधिकतम वृद्धि व आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। दिल्ली से पूर्वी क्षेत्र के स्थानों के लिये दिल्ली से गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली क्षेत्रों के लिये संचालन का वर्तमान प्रतिबन्ध नहीं रहेगा। दिल्ली से अलीगढ़-कानपुर होते हुये पूर्वी क्षेत्र के लिये अलीगढ़,गाजियाबाद, आगरा व इटावा क्षेत्र के लिये संचालन की सीमा समाप्त की गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों से अगर दिल्ली के लिए प्रारम्भिक प्वाइंटस से 60 प्रतिशत से अधिक यात्री लोड मिलता है तो सभी पूर्वी क्षेत्र दिल्ली के लिये अतिरिक्त सेवायें संचालित कर सकते हैं, लेकिन यह प्रतिबन्ध रहेगा कि रक्षाबन्धन के दूसरे दिन जिस मार्ग का लोड फैक्टर ब्रेक-ईवन के समतुल्य नहीं प्राप्त हो, उस पर संचालन न किया जाये। 16 से 21 अगस्त तक दिल्ली, लखनऊ व कानपुर, अलीगढ़, आगरा, इटावा, बरेली व पूर्वी क्षेत्रों के लिए सभी क्षेत्र अतिरिक्त सेवा संचालित कर सकते हैं। वापसी ट्रैफि क के लिए जिन क्षेत्रों व स्थानों से यातायात प्रारंभ होगा और यदि सीधा लोड फैक्टर 60 फीसदी से अधिक हो तो सभी क्षेत्र अतिरिक्त सेवा संचालित कर सकेंगे।
अधिक से अधिक बसों को ऑनरोड किया जाये प्रत्येक डिपो को अतिरिक्त असे बलीज व स्पेयर पार्टस उपलब्ध कराये जायें, जिससे आपातकालीन समय में इसका उपयोग किया जा सके। सभी सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक व सेवा प्रबन्धक स्पेयर पार्टस की उपलब्धता कराएंगे। उन्होंने बताया कि इस अवधि में कोई अधिकारी अपना कार्य क्षेत्र नहीं छोडे़गा। मृत्यु या बीमारी जैसी अति विभिन्न परिस्थितियों को छोड़कर बस संचालन से संबंधित अधिकारियों, पर्यवेक्षको व चालकों-परिचालकों एवं अन्य कर्मचारियों को कोई भी अवकाश, साप्ताहिक विश्राम, डीडीआर स्वीकृत नहीं किया जायेगा। इस अवधि में चालकों-परिचालकों कार्यशाला व संचालन शाखा के कर्मचारियों व पर्यवेक्षकों को ड्यूटी रोस्टर तैयार कर नोटिस बोर्डो में प्रदर्शिात कर दिया जाये। इस अवधि में अनुबन्धित बसों का शत-प्रतिशत संचालन सुनिश्चित किया जाये। कोई भी अवकाश स्वीकृत नहीं किया जायेगा। वाहन स्वामी अपने वाहनों में आवश्यक मरम्मत कराकर प्रत्येक दशा में संचालन के लिये उपलब्ध करायेंगे।