सौरभ शुक्ला/रांची : चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची स्थित रिम्स अस्पताल में अब हर जांच के लिए पैसे चुकाने होंगे. उन्हें दवाओं और खाना के लिए भी पैसे देने होंगे. उन्हें सुपर स्पेशियलिटी विभाग के प्राइवेट से पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. पेइंग वार्ड के नियम में यह दर्ज है कि इस वार्ड में इलाजरत मरीज को दवा के साथ भोजन और जांच की भी कीमत अदा करनी पड़ेगी. लिहाजा आरजेडी सुप्रीमो को अब हर एक चीज के लिए पैसे चुकाने पड़ेंगे.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इन दिनों रिम्स में इलाजरत हैं. सुपर स्पेशियलिटी विभाग के प्राइवेट वार्ड में इलाजरत लालू प्रसाद यादव ने बाथरूम की गंदगी के साथ-साथ कुत्तों के भौंकने की आवाज से परेशानी हो रही थी. इसे देखते हुए जेल अधीक्षक को पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने का आग्रह किया था. आदेश मिलते ही उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
आरजेडी सुप्रीमो अपनी इच्छा जाहिर करते हुए पेइंग वार्ड में शिफ्ट हुए हैं. लिहाजा अब उन्हें हर एक चीजों की कीमत इलाज के दौरान रिम्स में रहकर चुकानी पड़ेगी.
30 अगस्त को लालू यादव ने रांची में सीबीआई कोर्ट में सरेंडर किया जिसके बाद न्यायालय के आदेश से उन्हें जेल और फिर रिम्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है. बीते दो सितंबर को लालू यादव का मेडिकल बुलेटिन रिम्स डॉक्टरों की जांच टीम ने जारी किया, जिसमें उनका शुगर लेवल बढ़ने की बात कही गई थी. वहीं, लालू यादव के द्वारा पेइंग वार्ड की मांग की गई थी. लालू यादव ने मच्छर के आतंक और डेगूं के होने का डर बताया था.
लालू यादव ने अस्पताल के कुत्तों को लेकर भी शिकायत की थी. उनका कहना था कि कुत्तों की वजह से नींद हराम हो गई है. रात में अस्पताल परिसर में कुत्ते काफी शोर मचाते हैं, इस वजह से उन्हें पूरी नींद नहीं हो पाती. इसके कारण उनका शुगर लेवल बढ़ रहा है.