लखनऊ। राजधानी में दरिन्दों का कहर लगातार जारी है। बुधवार को हसनगंज इलाके में नवजात शिशु की सिर कटी लाश मिलने से हड़कंप मच गया। मौके से प्लास्टिक के थैले में कमर के नीचे का हिस्सा मिला है। जबकि गुडम्बा इलाके में खाली पडे़ प्लाट में नवजात का कटा हुआ सिर मिला है।
दोनों ही घटनाओं में नवजात का कटा हुआ शरीर प्लास्टिक के थैले में मिले हैं। पुलिस आशंका जता रही है कि दोनों इलाकों में मिले शव के टुकडे़ एक ही हैं। हालांकि इसकी पुष्टि करने के लिए पुलिस ने शवों से नमूने लेकर डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। थाना प्रभारी गुड़म्बा ने बताया कि कटा हुआ सिर करीब तीन दिन पुराना है। वहीं शव धड़ अभी नहीं मिला है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
गुडम्बा के यूनिटी सिटी कालोनी बहादुरपुर रोड़ निवासी अखिलेश ने पुलिस को सूचना बुधवार सुबह तकरीबन 8.30 बजे दी थी। उन्होंने बताया कि उनके घर के बगल में खाली पडे़ प्लाट में प्लास्टिक के थैले में नवजात शिशु के सिर पड़ा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में कटे सिर को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर गुडम्बा राजकुमार सिंह ने बताया कि कटा हुआ देख कर लग रहा है कि नवजात की मौत हुए तकरीबन तीन दिन पहले हो चुकी थी। किसी ने प्लास्टिक के थैले में सिर रख कर खाली पडे़ प्लाट में फेंक दिया है। वहीं दूसरी तरफ हसनगंज इलाके में सुबह 7.30 बजे मलनिया बगिया कबाड़ी मार्केट में स्थित श्याम साड़ी सेंटर के पीछे बने टीन शेड के पास नवजात शिशु के कमर के नीचे का हिस्सा मिला है।
पुलिस को सूचना स्थानीय निवासी अमन शुक्ला ने दी थी। दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में नवजात का कटा हुआ मृत शरीर मिलने से पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में मौके पर एएसपी टीजी समेत स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घटना स्थल की छानबीन करने के बाद कटे हुए मृत शरीर को कब्जे में लिया। थाना प्रभारी हसनगंज का कहना है कि शव का हिस्सा प्लास्टिक के थैले में था। पुलिस कयास लगा रही है कि हसनगंज और गुडम्बा इलाके में मिले शव के टुकडे़ किसी एक ही नवजात शिशु के हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। दोनों ही मामलों में पुलिस ने शव के टुकड़ों को कब्जे में लेेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डीएनए मिलान के बाद होगी पुष्टि
पुलिस का कहना है कि गुडम्बा और हसनगंज इलाके में मिले शव के टुकडे़ किसी एक ही नवजात शिशु के हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि के लिए पुलिस ने शव के टुकड़ों के नमूने डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिये हैं। जिसकी रिपार्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। नवजात की मौत हुए तकरीबन तीन दिन बीत चुके हैं। माना जा रहा है कि नवजात की हत्या के बाद टुकड़ों को अलग-अलग इलाकों में फेंका गया है।
तंत्र-मंत्र के फेर में तो नहीं की गई हत्या
े नवजात के शरीर में छोटे-छोटें घाव के कई निशान हैं। कयास लगाई जा रही है कि तंत्र-मंत्र के फेर में नवजात की हत्या की गई है। हसनगंज इलाके में कमर के नीचे मिले शव के टुकडे़ से प्रतीत हो रहा है कि शव बालक का है। वहीं दूसरी तरफ थाना प्रभारी गुड़ बा तंत्र-मंत्र की बात को नकार रहे हैं। उनका कहना है कि नवजात की मौत हुए तकरीबन तीन दिन पहले हो चुकी है।
पुलिस ने बताया कुत्तों के घसीटने से हुए टुकडे़
पुलिस की कार्यशैली और संवेदनहीनता का कोई-न-कोई कारनामा हर रोज सामने आ रहा है। बुधवार को मामले में जानकारी लेने पर हसनगंज थाने में तैनात बीट इंचार्ज प्रेम ने अटपटा जवाब देते हुए बताया कि कुत्तों के नोचने से बच्चे के शव के टुकडे़ हो गए हैं। यह बात गले के नीचे नहीं उतर रही है, इस उन्होंने कहा कि नवजात का शरीर कोमल होता है, जिसके चलते उसके दो टुकडे़ हो गए हैं। कुछ ऐसा ही मामला 4 जुलाई 2013 को गोमतीनगर इलाके में हुआ था। किशोरी का शव गोमतीनगर में मिला था। उसके शरीर पर छोटे-छोटे कई ग भीर चोटों के निशान थे। तत्कालीन थाना प्रभारी गोमतीनगर देवेन्द्र दुबे ने बयान दिया था कि कुत्तों के काटने से किशोरी की मौत हुई है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुराचार के बाद हत्या की जाने की पुष्टि हुई थी।
शव के शेष टुकडे़ की तलाश जारी
नवजात का सिर और कमर के नीचे का हिस्सा तो बरामद हुआ है। पुलिस आशंका जता रही है कि शव के सिर के नीचे और कमर के ऊपर का हिस्सा ठिकाने लगाने के प्रयास में होगा, या फिर उसने ठिकाने लगा दिया होगा। पुलिस शव के बचे हुए हिस्से की तलाश में जुटी है। अलाधिकारियों ने मातहतों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।