कानपुर । भारत में बगदादी ब्रिगेड की आतंकी साजिश को उत्तर प्रदेश की एटीएस ने नाकाम कर दिया गया है।
लखनऊ में मारे गये आतंकी सैफुल्ला के पास से हथियार बनाने का जखीरा बरामद हुआ है, जबकि आतंकियों के कमरे से आइएसआइ का झंडा और रेलवे का नक्शा भी मिला है।
सैफुल्ला के रिश्तेदारों ने इस मामले में कहा कि हम आश्चर्यचकित हैं। वह सभी से अच्छा व्यवहार करता था और पांचों वक्त नमाज अता करता था। वह ऐसी हरकतों में शामिल है, हमें इसकी जरा भी उम्मीद नहीं थी। सैफुल्ला के पिता ने कहा, मेरा बेटा देशद्रोही था। अफसोस इस बात का है कि हमें इसकी भनक तक नहीं थी। हम उसके शव को स्वीकार नहीं करेंगे।
इधर, कानपुर शहर और पडोसी जिले उन्नाव से पकडे गये दो संदिग्धों को पूछताछ के लिए यूपी एटीएस की टीम आज सुबह यहां से लखनऊ ले गयी। इन दोनों के परिजन से भी एटीएस ने पूछताछ की और इस दौरान अन्य संदिग्धों की तलाश में पुलिस का अभियान आज दूसरे दिन भी जारी है।
कानपुर के एसपी सिटी सोमेन वर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश के शाजापुर में ट्रेन विस्फोट के बाद यूपी एटीएस की एक टीम ने जाजमउ की जेके कालोनी से फैसल उर्फ फैजान को हिरासत में लिया था। पडोसी जिले उन्नाव की एक लैदर फैक्टरी से उसके भाई इमरान को पकडा गया।
उन्होंने बताया कि एटीएस की टीम ने शहर के बेकनगंज इलाके की रहमानी मार्केट से शकील उर्फ अजगर को भी पकडा था लेकिन मार्केट के दुकानदारों के विरोध प्रदर्शन करने के कारण मौका पाकर शकील भाग गया। पुलिस की टीमें शकील की तलाशी में जगह जगह छापेमारी कर रही है। और यह छापेमारी कल रात भर जारी रही और आज भी जारी है।
वर्मा ने बताया कि यूपी एटीएस की टीम आज सुबह करीब तीन बजे कानपुर और उन्नाव से पकडे गये दोनो संदिग्धों को लेकर लखनऊ रवाना हो गयी। उन्होंने बताया कि एटीएस की टीमें कानपुर में कुछ और संदिग्धों की तलाश में हैं हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि इनका मध्यप्रदेश की घटना से संबंध है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन दोनों सगे भाइयों के अन्य परिजन से भी एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है।
उधर, कानपुर पुलिस के आईजी जोन जकी अहमद ने बताया कि इन दोनो संदिग्धों के पकडे जाने के बाद कानपुर के रेलवे स्टेशन, बस अडडे, मॉल, मल्टी प्लेक्स, भीड भरे बाजारों की सघन जांच के आदेश पुलिस को दिये गये है।