नई दिल्ली। लखनऊ में हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकी सैफुल्ला के तार ISIS से जुड़े थे, जिसके बाद से ही देशभर की सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक अभी भी ISIS 6 आतंकी फरार चल रहे है। यूपी एटीएस ने फरार चल रहे आतंकियों को लेकर कई संदिग्ध ठिगानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की । साथ ही कई अन्य राज्यों में भी पुलिस टीम द्धारा संदिग्ध ठिकानों पर छापमारी हो रही है।
देशभर में कई आतंकी
बताया जा रहा है कि देशभर में ISIS के 13 आतंकियों का मॉड्यूल सक्रिय है, जिनमें से 13 में से 3 आतंकी पिपरिया से पकड़े गए हैं। इनमें से 2 आतंकी कानपुर से पकड़े गए थे, 1 आतंकी इटावा से पकड़ा गया और 6 आतंकी अभी भी फरार हैं। इन आतंकियों का प्लान कितना खतरनाक था, क्योंकि धमाके से पहले दरअसल ये 13 आतंकी अलग अलग गुटों में बंट गए, जिसमें से एक गुट ट्रेन के ज़रिए भोपाल पहुंचा और यहींआतंकियों ने ट्रेन में पाइप ब्लास्ट किया।
इस धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हुईं, और 24 घंटे के भीतर मध्य प्रदेश के ही पिपरिया से 3 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया, पिपरिया में गिरफ्तार हुए आतंकियों की जानकारी के हिसाब से कानपुर में रेड की गई और इसी मॉड्यूल के दो आतंकियों को पकड़ लिया गया।
कानपुर में पकड़े गए आतंकियों से मिली जानकारी में मालूम चला कि लखनऊ के ठाकुरगंज में एक आतंकी छिपा हुआ है, यूपी एटीएस ने यहां दबिश दी और करीब 11 घंटे चले एनकाउंटर में आईएसआईएस का आतंकी सैफुल्ला मारा गया।
कब-क्या हुआ?
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन सुबह करीब 10 बजे के करीब कालापीपल में जबड़ी स्टेशन के पास से गुजर रही थी, तभी शाजापुर के पास ट्रेन में धमाका हो गया। ये एक पाइप धमाका था, धमाके में कई लोग घायल हो गए था, जिससे ट्रेन की छत में छेद हो गया। मगर हैरानी की बात ये है कि आतंकियों ने धमाका करने के पहले बम की तस्वीर खींची, और इस तस्वीर को सीरिया में बैठे आतंक के आका को भेजी।
बताया जा रहा है कि एमपी में ट्रेन ब्लास्ट में आतंकियों ने पाइप बम का इस्तेमाल किया था। इसके साथ ही बम की तस्वीरें सीरिया भेजी गई थीं। मध्य प्रदेश के पिपरिया से गिरफ्तार एक शख्स के मोबाइल से इन तस्वीरों को भेजा गया था। इस धमाके को अंजाम देने के लिए तीन संदिग्ध आतंकी लखनऊ से भोपाल ट्रेन से आए थे। इनको गिरफ्तार कर लिया गया है।