लखनऊ। एलयू के पीजी पाठ्यक्रमों में लगभग 325 रेगुलर सीटें बढ़ाई गई हैं। यह जानकारी कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने शनिवार को दिया। उन्होंने बताया कि यह निर्णय पीजी दाखिले के लिए दूसरे दौर की आयोजित बैठक में लिया गया।
उन्होंने बताया कि 50 से ज्यादा सीटें सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों में बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि हर विभाग में जरूरत और मांग के अनुसार सीटें बढ़ाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश की गई है कि विभागों में अधिक से अधिक रेगुलर सीटें बढ़ाई जा सकें। ताकि छात्रों पर सेल्फ फाइनेंस का बोझ न पड़े। वहीं जिन विभागों में रेगुलर में सीटें नहीं बढ़ाई जा सकती थीं। वहां सेल्फ फाइनेंस की सीटें बढ़ी हैं।
कुलपति ने बताया कि इस बार पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में पहली वरीयता एलयू के छात्रों को मिलेगी। इनकी फीस भी कम होगी। इसके बाद कॉरपोरेट सेक्टर से नॉमिनेट होने वाले या प्रायोजित अभ्यर्थी और डिफेंस पर्सनल व सरकारी कर्मचारी भर्ती किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि सभी दाखिले प्रवेश परीक्षा के जरिए संपन्न होंगे। हालांकि कुछ पाठ्यक्रमों में मेरिट से दाखिले की मांग उठी थी लेकिन अब यह तय हो चुका है कि बिना प्रवेश परीक्षा कोई एडमिशन नहीं लिया जाएगा।
आर्ट्स कॉलेज में भी बढ़ीं सीटें
आर्ट्स कॉलेज के यूजी व पीजी पाठ्यक्रमों में भी सीटें बढ़ाई गई हैं। यहां स्नातक स्तर पर अब कुल 104 सीटें हो गई हैं। इनमें से 40 सीटें फाइन आर्ट्स में, 40 कॉमर्शियल आर्ट्स में और 24 सीटें स्कल्पचर में उपलब्ध हैं। स्नातक के पहले वर्ष में प्रवेश के लिए कॉमन एन्ट्रेंस होगा और दूसरे वर्ष में स्पेशलाइज्ड कोर्स पहले वर्ष के अंकों के आधार पर मिलेंगे। इसी तरह पीजी में यहां एप्लाइड आर्ट्स की 20, पेंटिंग की 15, स्कल्पचर की 12 सीटें बढ़ाई गई हैं। पीजी में भी कॉमन एन्ट्रेंस ही होगा।
इतनी बढ़ी हैं सीटें
रेगुलर-
एन्थ्रोपोलॉजी- 20
ईकोनॉमिक्स- 60 सीटों का नया सेक्शन
अंग्रेजी- 20
पर्शियन- 30
एमए साइकोलॉजी- 14
समाजशास्त्र- 40
समाजकार्य- 16
एमए पॉपुलेशन एजुकेशन- 10
बायोकेमिस्ट्री- 5
एन्वायरमेंटल साइंस- 5
माइक्रोबायोलॉजी- 5
केमिस्ट्री- 10
फार्मा केमिस्ट्री- 10
जियोलॉजी- 5
मैथ्स- 10
इलेक्ट्रॉनिक्स- 10
रीन्यूएबल एनर्जी- 15
एमसीए- 10
एमकॉम प्योर- 20
एप्लाइड इकोनॉमिक्स- 20
सेल्फ फाइनेंस-
पत्रकारिता एवं जनसंचार- 10
एमए एजुकेशन- 15
एलएलएम- 30