पटना। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज दिल्ली में लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के मुखिया शरद यादव से मुलाकात की। कुशवाहा दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करने गए थे, लेकिन किसी वजह से उनकी शाह से मुलाकात नहीं हो पायी। इस बदलते समीकरण में कुशवाहा की शरद यादव से मुलाकात को नए परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकता है।
रालोसपा के दो विधायक हो सकते हैं जदयू में शामिल
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, रालोसपा के दो विधायकों ने कल जदयू नेता प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की, जिसके बाद कहा जा रहा है कि रालोसपा के दोनों विधायक जदयू का दामन थाम लेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने लगाया नीतीश पर आरोप-हमें बर्बाद करना चाहते
इसपर कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नीतीश कुमार शुरू से ही जोड़-तोड़ की राजनीति करते रहे हैं। वो अब मेरी पार्टी को तोड़ने में लगे हैं। उन्हें जो करना हो करें, मुझपर या पार्टी पर कोई असर होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भले ही अलग हो, लेकिन मुद्दे एक जैसे हैं। हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। इससे मुझे काफी तकलीफ हुई। पता नहीं, सीएम नीतीश कुमार क्यों हमें बर्बाद करने में लगे हैं। हम अभी एनडीए का हिस्सा हैं और उन्हें इस तरह नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए।
शरद यादव को बताया देश का सबसे बड़ा नेता
वहीं, कुशवाहा ने शरद यादव को देश का बड़ा नेता बताते हुए कहा कि शरद यादव के कद का अभी कोई नेता देश में नहीं। उन्होंने शुरू से ही सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी है और रालोसपा भी सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रही है, एेसे में उनके आशीर्वाद के बिना इस लड़ाई को कैसे लड़ेंगे?
अब ये कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या कुशवाहा अपना स्टैंड अब क्लियर कर देंगे? क्या वो महागठबंधन का रूख कर सकते हैं? शरद यादव से कुशवाहा की मुलाकात के कई मायने निकाले जा सकते हैं।