Sunday , April 28 2024

शारदा, घाघरा, राप्ती व सरयू खतरा निशान के पार, पलायन शुरू

unnamed (12)लखनऊ। प्रदेश बाढ़ की चपेट में है। चार प्रमुख नदियां उफान पर है। हजारों गांव जलमग्न हो गए है और हजारों एकड़ फसलें डूब गईं हैं। ग्रामीण भी पलायन कर रहे हैं। एतियात के तौर बाढ़ग्रस्त इलाकों के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र शारदा, घाघरा, राप्ती और सरयू नदियों के किनारे के हैं। ये नदिया खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। सैकड़ों गांव व स्कूल पानी से घिरे हैं। सड़कों पर पानी आने से कई प्रमुख मार्गों पर यातायात ठप है। तटवर्ती इलाके के लोग दहशत में हैं। प्रदेश के बाढ़ नियंत्रण मंत्री शिवपाल सिंह यादव और विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा हवाई सर्वे करने के बाद अधिकारियों की सक्रियता बढ़ गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीतापुर में शारदा-घाघरा नदियां उफान पर हैं। तटवर्ती गांवों के संपर्क मार्ग पानी में डूब गए हैं। बाढ़ व कटान से रेउसा क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोग पलायन करने लगे हैं।
लखीमपुर के पलिया में शारदा खतरा के निशान से ऊपर बह रही है। कई गांवों में फसलें पानी में डूब गयी हैं। श्रावस्ती में राप्ती लाल निशान के ऊपर बह रही है। बहराइच-भिनगा मार्ग का एक हिस्सा धंस गया है और दो लोग बह गए हैं। बहराइच में घाघरा व सरयू उफान पर हैं। सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। बाढ़ प्रभावित बेलहां-बेहरौली तटबंध पर डेरा डाले हैं। घाघरा के खतरे के निशान से ऊपर बहने से 30 घर नदी में समा चुके हैं। नदी के गांवों को लीलने का सिलसिला जारी है।

बलरामपुर’ में राप्ती नदी समेत पहाड़ी नालों में जबरदस्त उफान है। राप्ती खतरा निशान से ऊपर चली गई है। महराजगंज के ललिया तराई मार्ग पर आवागमन ठप है। कई स्कूलों में पानी भरने से ताला लटक रहा है। लोग पलायन कर रहे हैं। गोण्डा में सरयू व घाघरा लाल निशान से ऊपर है। सात गांवों में नावें लगाई गई हैं। चंदापुर किटौली के तीन मजरे बाढ़ में घिरे हैं। बाराबंकी में एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरा निशान पार कर गई है। कई गांवों में पानी भर गया है। भगवान राम की नगरी अयोध्या में सरयू नदी एक बार फिर खतरा निशान पार कर गई है। अंबेडकरनगर में घाघरा खतरनाक स्थिति में है। टांडा के कई गांवों में बाढ़ का संकट बढ़ गया है।

सिद्धार्थनगर में गुरुवार को बूढ़ी राप्ती खतरे के निशान को पार कर गांवों को लीलने को बेताब है। बांसी-नौगढ़ मार्ग पर दो फुट पानी लग चुका है। हालांकि बूढ़ी राप्ती के उतरा जाने से दर्जनों गांवों में पानी भर गया है। बस्ती में घाघरा के किनारे के चार गांवों में कटान कर रही है।
गोरखपुर में राप्ती की बढ़त लगातार जारी है। कुछ क्षेत्रों में पानी भर गया है। कानपुर, उन्नाव, कन्नौज, हरदोई, फतेहपुर तथा फर्रुखाबाद में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने की जानकारियां मिल रहीं हैं। शाहजहांपुर में गंगा और रामगंगा के तटीय क्षेत्र के गांवों में कटान जारी है। पीलीभीत में शारदा नदी भूजिया गांव के पास तेजी से कटान कर रही है। राणाप्रताप नगर व नहरौसा में भी कटान शुरू हो चुकी है। मुरादाबाद में दो लोग डूब गए हैं।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com