लखनऊ । समाजवादी पार्टी 5 नवंबर को अपना 25वां स्थापना दिवस समारोह मनाने वाली है, लेकिन इस सिल्वर जूबिली समारोह पर भी यादव परिवार की आपसी लड़ाई की छाया पड़ती दिख रही है। अखिलेश के वफादार कई नेताओं खासकर पार्टी से जुड़े युवा संगठनों के नेताओं ने पहले ही स्थापना दिवस समारोह से दूरी बनाने का ऐलान कर रखा है। इस बीच अखिलेश के भी समारोह में शामिल होने पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
दरअसल, यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 3 नवंबर से ‘समाजवादी विकास रथ यात्रा’ निकालने वाले हैं। इसका मतलब यह है कि अखिलेश भी स्थापना दिवस समारोह से दूर रह सकते हैं। पहले यह रथ यात्रा 3 अक्टूबर से शुरू होने वाली थी, लेकिन मुलायम परिवार में मची आपसी घमासान की वजह से अब यह यात्रा एक महीने की देरी से शुरू होने जा रही है।
शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी के भीतर किसी तरह के मतभेदों से इनकार किया है। अखिलेश के रथयात्रा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी में सब ठीक है, यह सारी कवायद दोबारा सरकार बनाने की है। इस बीच एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने 24 oct को पार्टी कार्यालय पर सभी विधायकों, सांसदों, पूर्व सासंदों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इससे भी जाहिर होता है कि एसपी के भीतर मचा घमासान अभी थमा नहीं है।
अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के सिल्वर जूबिली समारोह में जाएंगे या नहीं, इसको लेकर पूछे गए सवाल को वह टाल गए। बुधवार को पांच कालीदास मार्ग पर स्थित खाद्य सुरक्षा कानून के कार्डों के वितरण समारोह में जब सीएम से समारोह में जाने को लेकर सवाल किए गए तो सीएम ने पहले तो सवालों को घुमाने की कोशिश की, लेकिन बाद में कहा कि आज वह इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलेंगे।
पार्टी से निकाले गए नेताओं की वापसी के सवाल पर भी मुख्यमंत्री चुप्पी साध गए। समाजवादी पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में जाने के सवाल को भी पहले अखिलेश यादव ने घुमाने की कोशिश की, लेकिन फिर कहा कि आप लोग जानते नहीं हैं क्या कि कमिटी की बैठक में कौन-कौन जाता है। जो कमिटी की मीटिंग में जाता है, वह ही जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री उठ कर अंदर चले गए।
गौरतलब है कि अगले कुछ हफ्तों में ही यूपी विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो सकता है। चुनाव सिर पर है, लेकिन सत्ताधारी एसपी में घमासान मची हुई है। पिछले कई हफ्तों से अखिलेश और उनके चाचा शिवपाल के बीच अनबन की खबरें सुर्खियों में हैं।